दिल्ली नगर निगम चुनाव में कैश फॉर टिकट मामले में फंसे आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार रोधी शाखा (एसीबी) ने मामले की जांच के सिलसिले में उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। बताया जा रहा है कि एसीबी ने रिश्वत के कथित आदान-प्रदान से संबंधित महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किए हैं।
मॉडल टाउन से विधायक त्रिपाठी से मंगलवार को पूछताछ की गई थी। वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक राजेश गुप्ता से बुधवार को फिर पूछताछ हुई। इससे पहले एसीबी दोनों विधायकों से दो बार पूछताछ कर चुकी है। एक अधिकारी ने कहा, ‘दोनों विधायकों के आवास, कार्यालय और रिश्वत के लेन-देन वाले स्थान के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।’
एसीबी ने पहले प्राथमिकी दर्ज कर त्रिपाठी के निजी सहायक और उनके रिश्तेदार समेत तीन लोगों को 33 लाख रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया था। अधिकारियों के मुताबिक, वे मामले में आरोपियों के बैक अकाउंट के विवरण, चल-अचल संपत्ति की जांच कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा, ‘संदिग्धों ओम सिंह और शिव शंकर पांडेय के पास से बरामद मोबाइल फोन और लैपटॉप की जांच की जा रही है।’ शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि त्रिपाठी और उनके सहयोगियों ने एमसीडी चुनाव में उनकी पत्नी को टिकट देने के बदले 90 लाख रुपये की मांग की थी।