केरल के कन्नूर में जन रक्षा यात्रा करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में इस यात्रा का नेतृत्व किया। मालूम हो कि बीजेपी की इस यात्रा का मकसद केरल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या का विरोध करना है।
बीजेपी की यह यात्रा सीपीआई (एम) के दिल्ली स्थिती कार्यायल और केरल हाउस से होकर गुजरेगी। बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए एक विशेष राजनीतिक दल को जिम्मेदार बताया है।
दोपहर 12 बजे के करीब दिल्ली में इस रैली की शुरुआत जय श्री राम और भारत माता की जया की नारों के साथ हुई। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि आखिर मानवाधिकार के मामले में वो लोग कुछ ही घटनाओं का विरोध क्यों करते हैं? ये विरोध ही उनका पर्दाफाश करता है। आखिर इन हत्याओं के विरोध में वो कैंडल मार्च क्यों नहीं निकालते।
देश के हर राज्य की राजधानी में की जाएगी पदयात्रा
कम्यूनिस्ट पार्टी पर सीधा हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि कम्यूनिस्ट पार्टी को शर्मसार होना चाहिए क्योंकि ये हत्याएं मुख्यमंत्री के क्षेत्र में हुई हैं। अमित शाह ने कहा कि पहले गोली मारकर हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या की जाती है फिर उनके शरीर के टुकड़े किए जाते हैं। लेकिन हम इन हत्याओं से डरने वाले नहीं हैं।
शाह ने केरल की सत्तारूढ़ पार्टी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि जब से कम्यूनिस्ट पार्टी सत्ता में आई है केरल में बीजेपी-आरएसएस के 120 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है।
बता दें कि अमित शाह के साथ इस पदयात्रा में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और विजय गोयल जैसे नेताओं ने भी भाग लिया। बता दें कि अमित शाह ने केरल में जनरक्षा यात्रा के दौरान ये घोषणा की थी कि कम्यूनिस्ट पार्टी के ‘लाल आतंक’ के खिलाफ देश के हर राज्य की राजधानी में पदयात्रा की जाएगी।