दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साथा है। सीएम ने उनकी शिक्षा पर सवाल उठाया है। केजरीवाल ने कहा कि पिछले सालों में 60 हजार स्कूल बंद कर दिए गए हैं। देश में नोटबंदी लाई गई और तीन काले कृषि कानून लाए गए। इसके साथ ही ऐसे काम किए गए, जिससे जनता परेशान हुई है।
अब सवाल उठ रहा है कि देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होने चाहिए या नहीं। हाई कोर्ट के आदेश ने प्रधानमंत्री की शिक्षा पर उठ रहा सवाल और मजबूत हो गया है। कल के आदेश के बाद से बहुत सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री पढ़े लिखे हों तो आज भारत बहुत अच्छे से तरक्की कर सकता है।
गुजरात हाई कोर्ट से लगा झटका
आपको बता दें कि गुजरात हाई कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लगा था। हाई कोर्ट ने मुख्य सूचना आयोग (CEC) के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें पीएमओ के जन सूचना अधिकारी (PIO) और गुजरात विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय के पीआईओ को प्रधानमंत्री मोदी की स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री दिखाने का निर्देश दिया था। हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री और स्नातकोत्तर डिग्री प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा हाई कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।