केंद्र सरकार का ऋण घटकर अब 48.7 फीसदी पर आ गया है. इस बजट में तीन बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है, इनमें उम्मीदों का भारत, इकोनॉमिक डेवलेपमेंट और केयरिंग समाज को शामिल किया जा रहा है.
इस दौरान निर्मला सीतारमण ने कश्मीरी में एक शेर पढ़ा. उन्होंने भाषण में कहा कि हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन-तेरा वतन-हमारा वतन-दुनिया का सबसे प्यारा वतन.