केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कोलंबो में आयोजित ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) के 67वें वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन एक पूर्व-रिकॉर्ड संदेश में ये बातें कहीं। अपने संबोधन में उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच मजबूत सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को रेखांकित किया। सिंधिया ने कहा कि 2014 से पहले भारत का विमानन क्षेत्र रनवे पर था। पिछले नौ वर्षों में यह आगे बढ़ गया है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घोषणा की है कि 16 जुलाई से चेन्नई और श्रीलंका के जाफना के बीच उड़ान सेवा सप्ताह में चार बार से बढ़ाकर दैनिक सेवा के रूप में कर दी जाएगी।
सिंधिया ने कहा कि, चेन्नई से जाफना के लिए दैनिक उड़ानें भारत और श्रीलंका के बीच व्यापार और वाणिज्य को भी बढ़ाएंगी।
TAAI के सम्मेलन को सिंधिया ने किया संबोधित
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कोलंबो में आयोजित ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) के 67वें वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन एक पूर्व-रिकॉर्ड संदेश में ये बातें कहीं। अपने संबोधन में उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच मजबूत सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि, TAAI, श्रीलंका के 67वें वार्षिक सम्मेलन में भारतीय विमानन क्षेत्र की स्थिति और राष्ट्रीय प्रगति के प्रमुख स्तंभ के रूप में इसके उद्भव पर अपने विचार साझा करते हुए खुशी हो रही है।
नौ सालों में आगे बढ़ा विमानन क्षेत्र
सिंधिया ने संबोधन के दौरान कहा कि, 2014 से पहले भारत का विमानन क्षेत्र रनवे पर था। पिछले नौ वर्षों में आखिरकार यह आगे बढ़ गया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, दोनों देशों के बीच पहला हवाई सेवा समझौता 1968 में किया गया था, जिसने भारतीय वाहकों को भारत-श्रीलंका में विमान संचालित करने की इजाजत दी, इससे ग्लोबल साउथ तक कनेक्टिविटी बढ़ गई।
उन्होंने कहा कि, मौजूदा समय में भारत के विभिन्न क्षेत्रों से कोलंबो के लिए 16 उड़ानें हैं। कार्गो आवाजाही भी सुचारू कर दी गई है और भारत और श्रीलंका सरकारों की सहायता से हम चेन्नई से जाफना के लिए सीधी उड़ान संचालित कर रहे हैं।