कुरुक्षेत्र में मौनी अमावस्या के अवसर पर आज शुक्रवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ब्रह्मसरोवर तट पर आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालु जो सुबह से ब्रह्मसरोवर तट पर पहुंचने शुरू हो गए थे। मौनी अमावस्या को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह दिखा तो इस दौरान उन्होंने विधि विधान से पूजा अर्चना भी की। मौनी अमावस्या का विशेष महत्व माना जाता है जिसके चलते ही श्रद्धालु ब्रह्म सरोवर तट पर पहुंचे थे। हालांकि सैकड़ों श्रद्धालु ही पहुंचे लेकिन पुलिस ने सुरक्षा के इंतजाम किए हुए थे
पितरों को प्रसन्न करने के लिए मौनी अमावस्या का शुभ संयोग
माना जाता है कि अमावस्या के दिन दान-स्नान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और घर-परिवार पर अपनी दृष्टि बनाए रखते हैं। घर से पितृदोष हटाने के लिए भी अमावस्या के दिन पूजा की जा सकती है। इस दिन पूजा-अर्चना करने से और दान-स्नान करने से घर में खुशहाली आती है। माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या और माघ अमावस्या भी कहते हैं।इस अमानवस्या पर भगवान शिव और भगवान विष्णु का पूजन करना बेहद शुभ होता है। मौनी अमावस्या के दिन मान्यतानुसार ऋषि मनु का जन्म हुआ था।माना जाता है कि इसदिन मौन रहकर ईश्वर की आराधना करना बेहद शुभ होता है। अगर आप अपने पितरों का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो मौनी अमावस्या का दिन सबसे उत्तम रहेगा। इस दिन दान, पिंडदान, तर्पण करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद देतें है।
मौनी अमावस्या के दिन जरूर करें ये काम
- मौनी अमावस्या के दिन पितरों का श्राद्ध करने से उनका आशीर्वाद मिलता है।
- इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान जरूर करना चाहिए।
- पितृ तर्पण करने के लिए नदी या घर में स्नान करके सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण करना चाहिए।
- इसके बाद किसी गरीब या ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए।
- मौनी अमावस्या के दिन जरूरतमंदों को दान करना चाहिए।
- मौनी अमावस्या के दिन नहीं करें ये काम।
- मौनी अमावस्या के दिन तामसिक चीजों से दूर रहें।
- मौनी अमावस्या के दिन नकारात्मक विचारों को अपने मन में न लाएं।
- अमावस्या के दिन घर पर आए किसी भी जरूरतमंद को खाली हाथ न लौटाएं।
- मौनी अमावस्या के दिन मौन रहना चाहिए।
- इस दिन किसी को भी अपशब्द न कहें और बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करें।