किसान शुभकरण सिंह की मौत मामले में पंजाब पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। गुरुवार यानी आज खनौरी बॉर्डर पर किसान शुभकरण सिंह को किसान श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद बठिंडा स्थित पैतृक गांव में शुभकरण सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं केंद्र सरकार ने कहा कि किसानों से बातचीत को तैयार हैं।
पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर पुलिस टकराव में मारे गए बठिंडा के युवा किसान शुभकरण की मौत के मामले में पंजाब पुलिस ने पटियाला के पातड़ां थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और अपराध के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। किसानों और परिवार के लोगों के राजी होने के बाद रात 11 बजे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में शुभकरण के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम किया। गुरुवार सुबह शुभकरण का पार्थिव शरीर खनौरी बॉर्डर पर ले जाया जाएगा। वहां श्रद्धांजलि देने के बाद बठिंडा स्थिति पैतृक गांव में ही शव का अंतिम संस्कार होगा।
किसानों की मांग थी कि हरियाणा पुलिस और गृह मंत्री अनिल विज पर एफआईआर दर्ज की जाए तब तक अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे। हालांकि, पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। किसान नेता तेजवीर सिंह पंजोखड़ा व रनजीत सिंह राजू ने बताया कि युवा किसान शुभकरण के मामले में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को उनके परिवास से मिला था। इसमें सतनाम सिंह साहनी और जय सिंह बलहेड़ा शामिल थे।
वहीं, बुधवार को दिन में शंभू बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष समिति और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की संयुक्त बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि दिल्ली कूच का अंतिम फैसला गुरुवार को लिया जाएगा। पत्रकार वार्ता में किसान नेताओं ने तेजवीर सिंह पंजोखड़ा व रनजीत सिंह राजू ने बताया कि दिल्ली कूच के बारे में गुरुवार को ही अंतिम एलान किया जाएगा। शंभू में किसानों का मोर्चा मजबूत हो रहा है।
केंद्र पर साधा निशाना
किसान नेताओं ने कहा कि अपने आप को किसानों की हितैषी कहने वाली मोदी सरकार किसानों को भूल कर अपनी कुर्सी बचाने व विपक्ष से कुर्सी खींचने में लगी है। गुजरात की बंदरगाह पर 3300 किलो ड्रग्स पकड़ी जाती है लेकिन मीडिया उसे बिल्कुल नहीं दिखाता। इंटरनेट सेवाएं बहाल नहीं की गई हैं। इस पर भी कोई बात नहीं कर रहा। इससे कारोबारियों को नुकसान हो रहा है। विद्यार्थियों को पढ़ाई में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार किसानों के साथ बातचीत को तैयार: मुंडा
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बातचीत करने को तैयार है लेकिन अभी तक अगले दौर की कोई बैठक तय नहीं हुई है। मुंडा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) सोसाइटी की 95वीं सालाना आम बैठक से इतर बोल रहे थे। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि बातचीत की जाएगी क्योंकि समाधान निकालने की जरूरत है।