मंदसौर में किसानों पर पुलिस फायरिंग के बाद सियासत भी गरमा गई है. एक तरफ विपक्षी दल राज्य की बीजेपी सरकार को घेर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसानों के आंदोलन पर केंद्रीय कृषि मंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं. इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीड़ित किसान परिवारों से मिलने मध्यप्रदेश के मंदसौर पहुंचे हैं. राहुल के इस दौरे को बीजेपी नेताओं ने राजनीतिक करार दिया है. केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि वो मंदसौर की घटना से दुखी हैं और प्रदेश सरकार मामले को सुलझा रही है. राहुल गांधी के दौरे पर नायडू ने कहा कि जहां-जहां घटना होती है राहुल वहां फोटो खिंचवाने चले जाते हैं.
वहीं केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा है कि किसानों के लिए केंद्र सरकार काफी काम कर रही है. केंद्र सरकार लोन रद्द करने के लिए राज्य सरकार से बातचीत कर रहे है. वहीं उन्होंने कहा कि किसानों को राज्य सरकार के साथ बातचीत कर हल निकालना चाहिए.
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि अब हालात काबू में हैं. उन्होंने बताया कि फायरिंग करने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान के लिए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं. चौधरी ने मंदसौर की घटना को प्रशासनिक नाकामी करार दिया. गृहमंत्री चौधरी ने दावा किया कि प्रदर्शन करने वाले लोग किसान नहीं हैं. चौधरी ने हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया.
‘कांग्रेस की आदत लाशों पर राजनीति’
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लाशों पर राजनीति करना कांग्रेस की पुरानी आदत है. विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि किसानों ने आंदोलन वापस ले लिया था, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने फिर से आंदोलन को भड़काया.
सीपीएम नेता बृंदा करात ने केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह की आलोचना की. उन्होंने कहा कि किसान के घर में शोक है और कृषि मंत्री योग कर रहे हैं. करात ने मोदी सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया. करात ने राहुल गांधी के दौरे का बचाव करते हुए कहा कि वो किसानों से मिलने गए हैं, वहीं कोई कर्फ्यू नहीं लगा है.
जेडीयू नेता के सी त्यागी ने कहा कि किसानों को फसल के उचित दाम मिलने चाहिए. मोदी सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे, वो पूरे नहीं हुए. त्यागी ने कांग्रेस से इस आंदोलन को और बड़ा करने का आह्वान किया.
महाराष्ट्र में किसानों के साथ शिवसेना
शिवसेना नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने कहा कि वो महाराष्ट्र में चल रहे किसान आंदोलन के साथ है. गीते ने कहा, ‘शिवसेना चाहती है कि सूबे के किसानों का कर्ज माफ किया जाए.