गुमटी गुरुद्वारा के बाहर बनी धार्मिक पुस्तक की दुकान में मंगलवार रात शार्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। लपटें देख लोग दौड़े और उन्होंने पानी डालकर आग बुझानी शुरू की। दुकान से निकल रहे धुएं के चलते अंदर रह रहे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया। सेवादारों ने सभी को पीछे के रास्ते से निकाला। दमकल टीम ने बिजली सप्लाई बंद कराकर चार गाड़ियों की मदद से तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई।
गुरुद्वारा के मेन गेट के बगल में ही नजीराबाद कौशलपुरी निवासी महिला मनप्रीत कौर की दशमेश पुस्तक भंडार नाम से धार्मिक पुस्तकों व सामग्री की दुकान है। मंगलवार रात करीब नौ बजे महिला दुकान बंद कर घर चलीं गईं। रात करीब 10 बजे लोगों ने दुकान के अंदर से लपटें निकलती देखीं। शोर मचाकर सेवादारों व अन्य लोगों को बताया। इसके बाद अफरातफरी मच गई।
सेवादारों ने फायर ब्रिगेड व पुलिस को सूचना दी और बाल्टियों से पानी डालना शुरू किया। इस बीच धुआं अंदर गुरुद्वारे में भरने लगा। तब भूतल, पहली व दूसरी मंजिल पर कमरों में रह रहे लोगों को पीछे के रास्ते से निकाला गया। कुछ ही देर में फजलगंज और कर्नलगंज फायर स्टेशन से दमकल की चार गाड़ियां पहुंचीं। दमकल कर्मियों व सेवादारों ने दुकान का शटर तोड़ आग बुझानी शुरू की। शटर तोड़ने में एक युवक जसप्रीत हाथ में कांच लगने से चुटहिल हो गए। उधर सूचना पाकर पहुंचीं दुकानदार मनप्रीत कौर रो-रोकर बेहाल हो गईं। उन्होंने करीब आठ से दस लाख रुपये नुकसान की बात कही। एफएसओ पतिराम सरोज ने बताया कि गुरुद्वारे के पिछले हिस्से में लोग सो रहे थे। आग फैलने से पहले ही काबू कर ली गई।