कानपुर के आचार्यनगर के रहने वाले छात्र कुशाग्र की हत्या के मुख्य आरोपी प्रभात शुक्ला के मोबाइल फोन से मिले वीडियो से बड़ा खुलासा हुआ है। यह वीडियो हत्या के बाद का है। इसमें कुशाग्र का शव औंधे मुंह जमीन पर पड़ा है। हाथ-पैर बंधे हैं।
इस वीडियो के माध्यम से आरोपी परिवार वालों को यह दर्शाना चाहते थे कि कुशाग्र अभी जिंदा है। पुलिस के मुताबिक, यही वीडियो परिजनों को भेजकर फिरौती वसूलने की तैयारी थी। इसके अलावा उनकी कॉल डिटेल से भी कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं।
सूत्रों के मुताबिक, हत्याकांड वाली रात प्रभात और रचिता के बीच अंतिम बात रात नौ बजे के बाद हुई। रचिता ने प्रभात को कॉल की थी। कॉल की टाइमिंग से पता चला कि इससे पहले ही कुशाग्र के परिजनों ने रचिता को फोन करके कुशाग्र के बारे में पूछा था।
इसी के बाद रचिता ने प्रभात को फोन मिलाकर कहा था कि कुशाग्र के घर वालों को हमपर शक हो गया है। इसी के चलते प्रभात पहले से ही मानसिक रूप से तैयार होकर पुलिस को अकड़कर जवाब दे रहा था।
कुशाग्र की हत्या के बाद बनाया था वीडियो
कुशाग्र के अपहरण के बाद प्रभात के फोन की जांच की तो एक वीडियो मिला। वीडियो हत्या के बाद का है। इसमें कुशाग्र का रस्सी से गला कसा हुआ दिख रहा है। कुशाग्र का शव औंधे मुंह जमीन पर पड़ा है। हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए हैं। वीडियो परिवार को भेजकर उन्हें उसके अपहरण का भरोसा दिलाकर उनसे फिरौती की रकम वसूलने का प्लान था। हत्यारोपियों की कॉल डिटेल से भी अहम सुराग मिले हैं।
निशुल्क पैरवी का आश्वासन
सेंट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री प्रवीण फाइटर के नेतृत्व में अधिवक्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुशाग्र के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। उन्हें सांत्वना देकर हत्याभियुक्तों पर रासुका लगवाने व उन्हें कड़ी सजा दिलाने की निशुल्क पैरवी करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में अनुराग श्रीवास्तव, सागर यादव आदि मौजूद रहे। वहीं, अधिवक्ता मोहित श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल सीपी से मिला। कहा कि आरोपियों ने धार्मिक नारा लिखकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। ऐसे में उनपर रासुका की मांग का समर्थन किया।
तीन दिन की रिमांड मंजूर
उधर, रायपुरवा के आचार्यनगर निवासी कपड़ा कारोबारी मनीष कनौडिया के बेटे कुशाग्र के अपहरण, हत्या के मामले में कोर्ट ने तीनों आरोपियों प्रभात शुक्ला, रचिता वत्स व शिवा गुप्ता की तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली है। रविवार सुबह नौ बजे तीनों आरोपियों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया जाएगा। इस दौरान पुलिस अपहरण, हत्याकांड में सभी आरोपियों की भूमिका से लेकर पूरी कहानी से पर्दा उठाएगी।
दसवीं के छात्र कुशाग्र की 30 अक्तूबर को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। इसके बाद परिजनों से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। प्रकरण में पुलिस ने मुख्यारोपी प्रभात शुक्ला, उसकी प्रेमिका रचिता वत्स और शिवा गुप्ता को गिरफ्तार करके प्रभात के घर से कुशाग्र की लाश भी बरामद कर ली थी।
तीनों को पुलिस ने जेल भेज दिया, लेकिन कुछ सवालों के जवाब और कुशाग्र का मोबाइल फोन बरामद करने के लिए पुलिस ने कोर्ट से तीनों की पांच दिनों की कस्टडी रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड मंजूर की। पुलिस तीनों को जेल से अपनी कस्टडी में सुबह नौ बजे लेकर उनका मेडिकल कराएगी।
बुधवार सुबह नौ बजे आरोपियों को जेल में फिर से दाखिल करना होगा। आरोपियों से जिन अफसरों के नेतृत्व में पूछताछ होगी उनकी एक टीम का गठन किया गया है। हत्यारोपियों से सवाल दागने के लिए सवालों की सूची तैयार कर ली गई है। तीनों को घटना स्थल पर ले जाकर पुलिस उनसे वारदात के दिन का पूरा सीन रिक्रिएट करवाएगी।
इससे पता चल सकेगा कि प्रभात कैसे कुशाग्र को बातों में फंसाकर अपने घर लेकर पहुंचा ? वहां कुशाग्र को कैसे मारा? इसके बाद पास के कमरे में मौजूद रचिता और शिवा से क्या बातें हुई? शव को कहां ठिकाने लगाना था ? और आगे का क्या प्लान था ? जैसे तमाम सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है। पूछताछ जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी की निगरानी में तीन अफसरों की टीम करेगी। वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
वहीं, कुशाग्र के परिजनों ने सीपी से फोन पर आरोपियों से उनका सामना कराने की मांग की, जिससे वह जान सकें कि जिसे उन्होंने बेटी की तरह माना था, उसी ने उनके बेटे की हत्या क्यों कर दी।