अपने प्यार को अंजाम तक पहुंचाने के लिए बेटी सोनिया ने छह माह पूर्व ही माता-पिता की हत्या की साजिश रच ली थी। साजिश में प्रेमी विक्रम ने दो दोस्तों को भी शामिल किया। मां के दिल्ली से बाहर जाने पर 21 फरवरी को पिता गुरमीत को मौत के घाट उतार दिया गया, जबकि दो मार्च को मां जब दिल्ली पहुंची, तब उसे मार डाला। बाद में दोनों के शवों को एक ही जगह पर फेंक दिया। आगे पढ़िए कातिल बेटी के खौफनाक और दिल दहला देने वाले कारनामे जिसने मां-बाप को ही बना डाला शिकार…
सोनिया अपने माता-पिता व छोटी बहन के साथ 22, दीपक विहार, निलोठी में 110 गज के मकान में रहती है। पिता कारपेंटर था। पति से झगड़े के बाद सोनिया की मुलाकात लखनऊ के रहने वाले विक्रम से हुई थी। दोनों में नजदीकियां बढ़ीं, तो विक्रम का उसके घर आना शुरू हो गया। सोनिया के पिता गुरमीत सिंह को विक्रम का आना-जाना पसंद नहीं था।
इधर, विक्रम की नजर सोनिया के मकान पर थी। उसने सोनिया के साथ मिलकर छह माह पूर्व मकान को बेचने की कोशिश की। पिता गुरमीत ने इस पर नाराजगी जताई थी। मकान को हर हाल में हड़पने के लिए विक्रम ने सोनिया के साथ मिलकर उसके माता-पिता की हत्या की साजिश रची।
पिता की मौत के बाद 10 फरवरी को जागीर कौर जालंधर (पंजाब) में मायके चली गई। इस बीच 21 फरवरी को सोनिया ने विक्रम को बताया कि उसका पिता घर में अकेला है। इस पर रात को विक्रम दो दोस्तों के साथ घर पहुंचा। सोनिया ने पहले ही चाय में पिता को नींद की गोलियां दे दी थी। पिता गुरमीत के सोते ही विक्रम ने गला घोंटकर हत्या कर दी।
21 फरवरी की रात को शव सूटकेस में डालकर सैयद गांव के नाले में फेंक दिया। इधर, दो मार्च को मां जागीर कौर वापस लौटी, तो सोनिया ने वैसे ही किया। दो मार्च को विक्रम ने उसकी भी हत्या कर शव उसी जगह नाले में फेंक दिया। बाद में आठ और नौ मार्च को जब दोनों के शव मिले तो हत्याकांड से पर्दा उठा।
सोनिया को शक था, छोटी बहन के पति से है संबंध
जागीर कौर व गुरमीत सिंह के चार बच्चे हैं। बड़ा बेटा दुबई में रहता है। फिलहाल उसका परिवार से संबंध नहीं है। दूसरे नंबर की खुद सोनिया है। कई साल पहले उसकी शादी हुई थी, लेकिन सोनिया को शक था कि उसके पति के छोटी बहन के साथ संबंध हैं। सोनिया की पांच साल की एक बेटी और तीन साल का एक बेटा है। इधर, सोनिया के छोटे भाई ने प्रेम विवाह कर लिया था। माता-पिता ने उसे घर से निकाल दिया था। वह भी परिवार से अलग रहता है। छोटी बहन भाई के साथ रहती है। घर में अकेली सोनिया माता-पिता के साथ रहती थी।
नौकरी तलाश करने के दौरान हुई थी दोस्ती
आरोपी विक्रम का इवेंट मैनेजमेंट का काम है। विक्रम ने दिसंबर 2017 में एक लड़की की नौकरी के लिए विज्ञापन दिया था। सोनिया नौकरी की तलाश में उससे मिली तो दोनों की दोस्ती हुई। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं, तो विक्रम ने सोनिया के घर आना जाना शुरू कर दिया। विक्रम ने सोनिया से उसके माता-पिता का मकान बेचने के लिए कहा तो वह राजी हो गई, लेकिन उसके माता-पिता तैयार नहीं हुए तो दोनों उनकी हत्या कर शव को सूटकेस में डालकर नाले में फेंक दिया।