बिहार के दरभंगा लोकसभा सीट को लेकर महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस पार्टी के बीच ठन गई है. दोनों ही दलों ने इस सीट पर अपना दावा ठोक दिया है. दोनों ही पार्टी दरभंगा सीट को लेकर समझौता के मूड में नहीं दिख रही है.
सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में फंसी मार को सुलझाते-सुलझाते आरजेडी और कांग्रेस अब दरभंगा सीट पर आमने सामने आ चुकी है. आरजेडी ने दरभंगा सीट पर अपना दावा ठोक दिया है. आरजेडी की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी दरभंगा सीट से चुनाव लडेंगे. आरजेडी ने सिद्दिकी को दरभंगा सीट पर चुनाव की तैयारी का निर्देश दे दिया है.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र ने कहा है कि दरभंगा सीट को लेकर कहीं कोई परेशानी नहीं है. महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बात हो चुकी है कि दरभंगा आरजेडी के खाते में आ चुकी है. अब्दुलबारी सिद्दिकी दरभंगा से चुनाव लड़ेंगे. अगर कोई इस सीट पर दावा ठोक रहा है तो यह बेकार की बात है.
वहीं, कांग्रेस ने भी दरभंगा सीट को लेकर अपनी दावेदारी ठोक दी है. पार्टी के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा है कि मिथिला कांग्रेस का गढ़ रहा है. दरभंगा सीट पर वर्तमान सांसद कीर्ती झा आजाद हैं. कीर्ती झा आजाद अब कांग्रेस के साथ हैं और ये उनकी सीटिंग सीट है. इसलिए दरभंगा सीट पर कांग्रेस की दावेदारी स्वाभाविक है.
कई विवादित सीटों को सुलझाते हुए आरजेडी और कांग्रेस ने महागठबंधन की चुनावी राह आसान जरूर बनाई है, लेकिन दरभंगा सीट दोनों ही दलों के लिए गले की हड्डी बन गई है.