कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के घर पर मंगलवार सुबह सीबीआई ने छापा मारा है. सीबीआई ने कुल 16 जगहों पर छापा मारा है. केंद्रीय जांच एजेंसी-सीबीआई ने पी. चिदंबरम के चेन्नई स्थित निवास और कार्ति चिदंबरम के कराईकुडी के घर में छापा मारा है. बताया जा रहा है कि ये छापे मारी INX मीडिया को दी गई मंजूरी को लेकर है, INX मीडिया के मुखिया पीटर मुखर्जी हैं. पीटर मुखर्जी शीना बोरा मर्डर केस में भी जांच का सामना कर रहे हैं. INX मीडिया से जुड़े मामले में सोमवार को ही एफआईआर दर्ज की गई थी.
सरकार मुझे चुप कराना चाहती है: चिदंबरम
एफआईपीबी की हर मंजूरी कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक हुई है. एफआईपीबी में भारत सरकार के पांच सचिव शामिल थे. मंजूरी देने वाले अधिकारियों या मेरे खिलाफ इस मामले में कोई आरोप नहीं है. सरकार सीबीआई और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. सरकार मुझे चुप कराना और मेरे लिखने पर रोक लगाना चाहती है, जैसा कि उसने तमाम विपक्षी नेताओं, पत्रकारों, स्तंभकारों, एनजीओ और नागरिक संगठनों के साथ किया है. इससे मैं बोलना और लिखना बंद नहीं करने वाला.
इस मामले में हुई छापेमारी
यह मामला आईएनएक्स मीडिया से जुड़ा है. INX मीडिया के फंड को FIPB के जरिये मंजूरी दी गई थी, उस दौरान पी. चिदंबरम विभाग के मंत्री थे. सोमवार को सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें इंद्राणी मुखर्जी, पीटर मुखर्जी और कार्ति चिदंबरम का भी नाम शामिल था. चेन्नई में पी. चिदंबरम के घर समेत कई दफ्तरों में भी छापे मारे गये हैं. बताया जा रहा है कि सीबीआई दिल्ली में भी छापे मार सकती है. यूपीए सरकार के दौरान इस मामले की जांच रुक गई थी, जिसे अब दोबारा शुरू किया गया है.
ऐसे ट्रांसफर हुए पैसे और शेयर
सूत्रों के मुताबिक, 2008 में पीटर मुखर्जी की कंपनी आईएनएक्स मीडिया की ओर से कार्ति चिदंबरम को पैसे दिये गये थे और उनकी कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटिजिक कंसल्टिंग और उससे जुड़ी कंपनियों को शेयर अलॉट किये गये थे. पीटर मुखर्जी की आईएनएक्स मीडिया ने कैश में यह इंस्टालमेंट दिया था जो कि कई हिस्सों में दिया गया था. इस दौरान 60 लाख शेयर लंदन की एक कंपनी आर्टेविया डिजिटल यूके लिमिटेड से कार्ति की कंपनी में ट्रांसफर किये गये थे.
जब्त हार्डडिस्क से हुआ खुलासा
इससे पहले इनकम टैक्स ने रेड के दौरान कार्ति की कंपनी की हार्डडिस्क भी सीज़ की गई थी. जिसमें पाया गया था कि कार्ति की कंपनी को पैसा आईएनएक्स मीडिया की ओर से मिला था. जिसमें FIPB के पास इसके कागज मंजूरी के लिए आए तो उस दौरान पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे.
यूं मिला था पैसा
22 सितंबर, 2008 को कार्ति की एडवांटेज स्ट्रेटिजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को आईएनएक्स मीडिया की ओर से 35 लाख रुपये मिले थे, इस कंपनी ने उस दौरान 220 मिलियन डॉलर के FIPB की मंजूरी के लिए आवेदन दिया था, ठीक उसी दिन INX मीडिया ने नॉर्थ स्टार सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन को 60 लाख रुपये दिये थे.