बताया गया कि बीती रात जटवाड़ा पुल के पास सड़क दुर्घटना हुई। जिसमें उनकी मौत हुई। उनकी मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। वहीं कांग्रेस पार्टी भी शोकाकुल है। राजनीतिक जानकारों ने उनकी मौत को बड़ी राजनीतिक क्षति बताया है। जेपी पांडे चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के अध्यक्ष भी थे।
राज्य गठन के बाद उन्होंने आंदोलनकारियों को चिन्हित आंदोलनकारी बनाने की लड़ाई बड़ी गंभीरता से लड़ी जो अभी भी जारी थी, हर रोज वह किसी न किसी मुद्दे को लेकर कभी जिलाधिकारी आवास तो कभी सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहते थे।