कल्याणपुर थाना क्षेत्र के शताब्दी नगर में युवती की गला कसकर हत्या से सनसनी फैल गई। घर से सोमवार को नौकरी के लिए निकली युवती के न लौटने से परेशान परिवार वालों को शव मिलने की जानकारी हुई तो कोहराम मच गया। पुलिस की प्राथमिक छानबीन में हत्या के पीछे कई वजहें सामने आ रही हैं, वहीं घर वालों ने पति और उसके रिश्तेदारों पर हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया है।
चौबेपुर के ताजिया गंज निवासी 35 वर्षीय आराधना की शादी 2003 में दौलतपुर मैथा कानपुर देहात निवासी सीआरपीएफ में सिपाही धर्मेंद्र गौतम से हुई थी शादी। धर्मेंद्र मौजूदा समय में छत्तीसगढ़ में तैनात है। शादी के बाद उसने दो बच्चों को जन्म दिया था। आठ साल बाद पति से विवाद होने पर आराधना ने मुकदमा कर दिया था, जो न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बाद से आराधना अपने बच्चों 13 वर्षीय अभय और 10 वर्षीय सुप्रिया के साथ अलग रहने लगी थी। वह किदवई नगर स्थित एक प्राइवेट फर्म में नौकरी करने लगी थी। सोमवार की शाम वह घर से नौकरी पर निकली थी, शाम तक वापस नहीं आई तो परिजनों ने किदवई नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
मंगलवार की सुबह उसका शव शताब्दी नगर में मिलने की सूचना मिलते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया। बिजली के तार से गला कसकर उसकी हत्या की गई थी। आराधना तीन भाइयों रंजीत, आकाश और राहुल में अकेली थी। घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शिनाख्त के बाद मायके वालों को बुलाकर पूछताछ की। पिता राम प्रकाश ने पति धर्मेंद्र व उसके मामा प्रकाश व जयशंकर पर आराधना की हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगया।
फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल पर जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण सुराग मिले, जो किसी अन्य वजह की ओर इशारा कर रहे थे। पुलिस की प्राथमिक जांच में हत्या के पीछे कई वजहें सामने आई हैं। कल्याणपुर सीओ फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और पड़ताल की। पुलिस सभी बिंदुओं के आधार पर जांच कर रही है।