इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिन्होंने अपना जुर्म कबूला है। फिलहाल शव की तलाश जारी है लेकिन आरोपी इसको लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा है कि पुलिस अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने में जुटी है।
कर्नाटक के जैन धर्मगुरु के हत्या मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस लगातार जांच में जुटी है और अलग-अलग लोगों से पूछताछ कर रही है। दरअसल, 5 जुलाई से जैन धर्मगुरु लापता थे, जिसके बाद उनकी हत्या का खुलासा हुआ है।
इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे पूछताछ का सिलसिला जारी है। हालांकि, दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, लेकिन इस हत्या के पीछे की वजह जानने की कोशिश की जा रही है।
भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं
हत्या के मामले में कार्रवाई को लेकरजी. परमेश्वर ने कहा, “पुलिस अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने में जुटी है। कानूनी कार्रवाई एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं है। घटना के बाद शिकायत किए जाने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। हुबली में जैन मुनि अनशन कर रहे थे, मैंने कल उनसे बात की।”
बसदी से संबंधित संपत्ति के दस्तावेज भी गायब
चिक्कोडी के आचार्य 108वें कामकिमारा नंदी महाराज गुरुवार को होरेकोडी में नंदी पर्वत पर जैन बसदी से लापता हो गए। जांच के दौरान पता चला है कि हत्या के बाद से जैन बसदी से संबंधित संपत्ति के दस्तावेज भी गायब हैं। जैन धर्मगुरु पिछले 15 वर्षों से जैन बसदी में ही रह रहे थे।
शव को लेकर स्पष्ट बयान नहीं दे रहे आरोपी
पुलिस ने इस सिलसिले में दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे लगातार सख्ती से पूछताछ कर रही है। आरोपी अब भी शव को लेकर कोई स्पष्ट बयान नहीं ले रहे हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने शव को कटकाबावी गांव के एक कुएं में फेंक दिया है, लेकिन जब खोजबीन की गई, तो वहां से कोई शव बरामद नहीं हुआ। इसके बाद आरोपियों ने शव को नदी में फेंकने का दावा किया। फिलहाल, शव की तलाश जारी है।