देश में कोरोना के रोज़ मामले जितनी तेजी से आसमान छूने लगे थे, उतनी ही तेजी से यह नीचे भी जा रहे हैं। दैनिक मामलों की संख्या लगातार गिरती जा रही है। राज्यों में महामारी का प्रकोप कम हो रहा है और बड़ी संख्या में लोग ठीक हो रहे हैं। साथ ही सक्रिय मामलों और रोज़ मौतों में आती गिरावट उम्मीद बढ़ा रही है और बता रही है कि यह महामारी अपने अवसान की ओर बढ़ रही है।
महाराष्ट्र में सुधर रहे हालात : भारत में कुल पुष्ट मामले 79 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। हालांकि इनमें से अकेले 16 लाख मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। यहां देश के करीब 20 फीसद कुल मामले और इतने ही सक्रिय मामले हैं। 13 अक्टूबर को 2 लाख से अधिक सक्रिय मामले थे, जो दो सप्ताह में 1.35 लाख से भी कम रह गए हैं। अच्छी बात ये है कि 17 अक्टूबर के बाद से महाराष्ट्र में 10 हजार से कम दैनिक पुष्ट मामले सामने आ रहे हैं। यह गिरकर छह हजार तक आ चुके हैं।
सबसे बड़ा राज्य, सबसे ज्यादा टेस्ट : देश में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हुए हैं। इनमें से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने टेस्ट कराया है। 11 सितंबर को सात हजार से अधिक रोज़ मामले आए, जो अब घटकर दो हजार से कम रह गए हैं। 17 सितंबर के बाद से यहां रोजाना सक्रिय मामले ऋणात्मक रहे हैं। साथ ही 15 सितंबर को कोरोना से 113 मौतें हुई थीं, जिसके बाद से दैनिक मौतों की संख्या सौ के पार नहीं पहुंची है।
देश में बेहतर हो रहे हालात : देश में 16 सितंबर को देश में 97 हजार नए मामले सामने आए थे। करीब एक महीने में ही रोज़ पुष्ट मामले घटकर आधे से भी कम रह गए हैं। 26 अक्टूबर को 36,019 मामले सामने आए। इससे पहले 17 जुलाई को 34 हजार मामले सामने आए थे। वहीं पिछले 25 और 26 अक्टूबर को देश में 500 से कम मौतें हुई हैं। इससे पहले 12 जुलाई को 497 मामले सामने आए थे। इसके अतिरिक्त सक्रिय मामले 2 अक्टूबर के बाद से लगातार ऋणात्मक हैं। तब 9.45 लाख सक्रिय मामले थे, जिनमें 26 अक्टूबर तक करीब 3 लाख मामले कम हो गए।