भारतीय मूल की अमेरिका की उपराष्ट्रपति अब राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने अपनी उम्मीदवारी का एलान किया है।
अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप, जबकि डेमोक्रेट्स की तरफ से अब कमला हैरिस मैदान में हैं। दोनों प्रतिद्वंद्वी एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। हालांकि, अभी तक भारतवंशी हैरिस के नाम पर आधिकारिक तौर पर मुहर नहीं लगी थी। मगर अब उन्होंने एलान कर दिया है कि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने आधिकारिक तौर पर अपनी उम्मीदवारी का एलान किया है। उन्होंने बताया कि दावेदारी के लिए फॉर्म्स पर हस्ताक्षर किए हैं। साथ ही आश्वासन दिया कि आने वाले चुनाव में उन्हीं की टीम की जीत होगी।
उपराष्ट्रपति ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर जोर देकर कहा कि नवंबर में उनके लोगों की जीत होगी। उन्होंने आगे दोहराया कि वह हर वोट हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगी।
क्या बोलीं हैरिस?
भारतवंशी कमला हैरिस ने कहा, ‘आज मैंने राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा करते हुए फॉर्म पर हस्ताक्षर किए। मैं हर वोट हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगी। नवंबर में, हमारे लोगों द्वारा चलाए जा रहे अभियान की जीत होगी।’
बीते रविवार को बाइडन हुए थे चुनावी दौड़ से बाहर
गौरतलब है, कुछ दिन पहले यानी बीते रविवार को जो बाइडन ने चुनावी दौड़ से बाहर होने का एलान कर सबको चौंका दिया था। इसके बाद सवाल उठने लगे थे कि क्या राष्ट्रपति ने रिपब्लिकन के दबाव में आकर यह फैसला लिया है। हालांकि, बाइडन ने कहा था कि वह इस कार्यालय का सम्मान करते हैं, लेकिन वह अपने देश से अधिक प्यार करते हैं। इसलिए ऐसा फैसला लिया। वहीं, उन्होंने कमला हैरिस को अपना समर्थ दिया था। वहीं, 26 जुलाई को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी हैरिस का समर्थन किया है।
यह लोग कर रहे समर्थन
कमला हैरिस को राष्ट्रपति जो बाइडन समेत डेमोक्रेट पार्टी के तमाम बड़े नेताओं का समर्थन है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर पूर्व हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेंटिव नेन्सी पेलोसी भी उनके समर्थन में हैं। बाइडन ने भी उम्मीदवारी से नाम वापस लेने के बाद कमला हैरिस को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने अपना अनुभव शेयर किया था और कहा था कि उन्हें डेमोक्रेट का उम्मीदवार बनाया जा सकता है।