उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही भारत में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 61 हो गई है. कनाडा से लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आई एक महिला में कोरोना की पुष्टि हुई है. हालांकि, महिला के पति की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है.
कनाडा से लौटी इस महिला को केजीएमयू के आईसोलेशन वॉर्ड मे रखा गया है. इस बीच कोरोना के खौफ से लखनऊ में इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) का दीक्षांत समारोह टाल दिया गया. इससे पहले आईआईएम बैंगलूरू समेत अन्य संस्थानों ने भी समारोह कैंसिल किये थे.
उधर, पटना के पीएमसीएच और एनएमसीएच में कोरोना वायरस के दो-दो संदिग्ध भर्ती हुए है. पीएमसीएच में भर्ती संदिग्ध एक औरंगाबाद और दूसरा समस्तीपुर का है.
इनकी उम्र 30 और 45 साल है, जबकि एनएमसीएच में भर्ती 30 वर्षीय महिला राजस्थान के ब्रम्ह स्थान मंदिर से लौट कर आई है, जबकि 24 वर्षीय युवक दिल्ली से आया है. इनकी जांच के नमूने आरएमआरआई भेजे गए है.
कोरोना के संदिग्धों को 14 दिन तक अलग रखने के लिए आईटीबीपी ने चार और सेंटर बनाए है. आईटीबीपी ने बीटीसी, किमिन, शिवगंगई और कारेरा में सेंटर बने है. बीटीसी में 580 संदिग्धों, किमिन में 210 संदिग्धों, शिवगंगई में 300 संदिग्धों और कारेरा में 180 संदिग्धों को रखने की व्यवस्था की गई है.
कोरोना वायरस के कारण केरल हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार ने सभी जिला न्यायाधीशों को एक नोटिस भेजा है. इसमें कहा गया है कि केवल बहुत जरूरी मामलों पर विचार करें. नोटिस में कहा गया है कि गैर-जरूरी मामलों पर विचार स्थगित कर दिया जाना चाहिए.