ओलंपियन साक्षी मलिक ने शनिवार को अपने आंदोलन से जुड़े सभी कोच व गुरु के साथ बैठक की। यहां फेडरेशन संबंधी विषयों पर उनसे चर्चा की, साथ ही संजय सिंह पर यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग) से साठगांठ कर निलंबन हटवाने का आरोप लगाया।
साक्षी ने कहा कि संजय सिंह ने साठगांठ कर निलंबन हटवाया है। इससे महिला कुश्ती खिलाड़ी सदमे में हैं। सरकार ने संजय सिंह को बर्खास्त कर अच्छी पहल की थी। इससे कुश्ती के अच्छे भविष्य की उम्मीद जगी थी, लेकिन संजय सिंह ने सरकार के आदेश के खिलाफ सभी गैरकानूनी काम शुरू कर दिए। इनमें सरकार की ओर से कराए गए नेशनल के बराबर खुद का नेशनल कराना, सरकारी पैसों का दुरुपयोग शामिल है।
सरकार की अनुमति के बिना फेडरेशन के खाते से सरकारी पैसों का दुरुपयोग एक गंभीर विषय है, साथ ही कुश्ती के भविष्य के लिए बेहद खतरनाक है। सरकार को पिछले 12 साल में कुश्ती पर लगे पैसों का ऑडिट कराना चाहिए। इससे बड़े घोटाले का पर्दाफाश होगा। साक्षी ने कहा कि बृजभूषण के बेटे को उत्तरप्रदेश कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनाया गया है।
इससे साबित होता है कि बृजभूषण का कुश्ती से संन्यास वाला बयान सिर्फ़ एक दिखावा है। बृजभूषण और संजय सिंह दोनों एक हैं। बैठक में सभी कोच व गुरुओं ने फैसला किया कि हम सरकार से अनुरोध करेंगे कि बृजभूषण व संजय सिंह व इनसे जुड़े लोगों को हमेशा के लिए तुरंत कुश्ती संघ से बर्खास्त किया जाए।
इससे महिला कुश्ती खिलाड़ी चैन की सांस ले सकेंगी। आने वाले ओलंपिक में अधिकाधिक पदक जीत पाएंगे। ऐसा नहीं होता है तो हम फिर से न्याय के लिए सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेंगे।