संदीप सिंह पिछले 10 साल से सेना में कार्यरत हैं और सेना में सेवा के दौरान ही साल 2016 में उन्होंने शूटिंग का अभ्यास शुरू किया था, जिसकी बदौलत उन्हें अब भारत के लिए खेलने का अवसर हासिल हुआ है।
भारतीय सेना में नायब सूबेदार पद पर कार्यरत फरीदकोट के गांव बहिबल खुर्द के संदीप सिंह पेरिस ओलंपिक में पदक पर निशाना लगाएंगे। उनके मुकाबले को लेकर परिवार व गांव में उत्साह का माहौल है और सभी उनके स्वर्ण पदक जीतने की अरदास कर रहे हैं।
गांव के मजदूर बलजिंदर सिंह व चरनजीत कौर के बेटे संदीप सिंह ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल से हासिल की थी और बरगाड़ी के सरकारी स्कूल से 12वीं कक्षा पास करने के बाद वे सरकारी बरजिंदर कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं।
वह तीन भाई हैं। 2014 में संदीप स्नातक की पढ़ाई छोड़कर सेना में भर्ती हो गए थे। सेना में भर्ती होने के दो साल बाद 2016 में उन्होंने शूटिंग का अभ्यास शुरू कर दिया और ओलंपिक के लिए चयनित होकर सेना के साथ फरीदकोट व पंजाब का नाम रोशन किया है।
परिवार व गांववासियों ने कहा कि उनका सपना साकार होने जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि संदीप सिंह स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन करेंगे।