ओडिशा के बालासोर जिले के बाहानगा में 2 जून को 288 लोगों की जान लेने वाले भयावह रेल हादसे में केंद्रीय खुफिया ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को पांच लोगों को हिरासत में लिया है। पांच लोगों में एक अधिकारी भी शामिल है। सीबीआई ने कथित तौर पर बहानागा एएसएम को हिरासत में लिया है।
CBI की दस सदस्यीय टीम कर रही मामले की जांच
रिपोर्टों के अनुसार, दुर्घटना की जांच के दौरान केंद्रीय ब्यूरो ने कई लोगों से पूछताछ की और रविवार देर शाम पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। उल्लेखनीय है कि बीते 2 जून को भीषण ट्रेन हादसे के बाद से सीबीआई मामले की जांच कर रही है। सीबीआई की दस सदस्यीय टीम इस मामले से जुड़े कई लोगों से पूछताछ करते हुए मामले की जांच कर रही है।
CBI की इजाजत के बगैर स्टेशन पर नहीं रूक सकती कोई ट्रेन
लगभग नौ अधिकारी, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभारी थे, अब सीबीआई की जांच के दायरे में हैं। केंद्रीय ब्यूरो सहायक स्टेशन मास्टर और गेट मैन से पूछताछ कर रहा है।
बाहानगा बाजार थाने को सील कर दिया गया है, जबकि वैज्ञानिक टीम ने कई नमूने जब्त किये हैं। रिले रूम को भी जांच के दायरे में ले लिया है। इस स्टेशन पर किसी भी ट्रेन को तब तक रुकने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक कि सीबीआई इसकी अनुमति नहीं देगी।
CBI के हाथ लगा अहम सुराग
इस जांच को लेकर दक्षिण-पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) ने शनिवार को बताया था कि अगले आदेश तक कोई भी ट्रेन बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकेगी। गौरतलब है कि हादसे के बाद से ही सीबीआई की टीम बालेश्वर में डेरा डाले हुए हैं। सीबीआई टीम को इस हादसे का सुराग हाथ लग गया है।
CBI को हादसे से संबंधित मिली कई अहम जानकारियां
बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन का सीबीआई की टीम लगातार दौरा कर रही है। जांच के दौरान सीबीआई ने स्टेशन में मौजूद विभिन्न कम्प्यूटर के हार्ड डिस्क को भी जब्त किया है। इसके अलावा रिकॉर्ड किए गए कई महत्वपूर्ण तथ्य भी संग्रह किए हैं। बाद में बाहानगा स्टेशन के अन्दर मौजूद प्राइवेट नंबर एक्सचेंज बुक की जांच की। टीम ने इस समय के दौरान रिले रूम, पैनल रूम एवं डाटा लाॅकर को सील कर दिया है।