भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बेस्ड एक फिल्म की घोषणा हुई जिसके बाद कई लोगों का गुस्सा भड़क गया। अब फिल्म के डायरेक्टर ने पब्लिकली माफी मांग ली है।
फिल्म ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया पर विवादों का सिलसिला शुरू हो गया है। भारतीय सेना की हालिया सैन्य कार्रवाई पर बेस्ड इस फिल्म का पोस्टर आते ही लोगों ने फिल्ममेकर्स की मंशा पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। कई यूजर्स ने इसे एक संवेदनशील मुद्दा बताया जिसके बाद अब फिल्म के डायरेक्टर उत्तम माहेश्वरी ने सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली है।
क्या है पूरा मामला?
फिल्म ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का पोस्टर 9 मई को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था। इस फिल्म का पोस्टर आते ही बवाल मच गया। यह फिल्म उस सैन्य अभियान से प्रेरित बताई जा रही है, जिसमें भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे। फिल्म का निर्देशन उत्तम माहेश्वरी कर रहे हैं और इसे विकी भगनानी फिल्म्स और द कंटेंट इंजीनियर प्रोड्यूस कर रहे हैं।
पोस्टर सामने आते ही गुस्सा हुए लोग
पोस्टर सामने आते ही सोशल मीडिया पर इसकी टाइमिंग को लेकर भारी विरोध शुरू हो गया। कई लोगों ने कहा कि जब देश एक गंभीर स्थिति से गुजर रहा है, तब एक फिल्म को बनाना पूरी तरह से गलत है। कुछ यूजर्स ने पोस्टर को एआई-जनरेटेड करार दिया।
निर्देशक ने मांगी माफी
विवाद बढ़ता देख निर्देशक उत्तम महेश्वरी ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखते हुए सार्वजनिक माफी मांगी। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य पैसा या पॉपुलेरिटी कमाना नहीं था, बल्कि यह भारतीय सेना के साहस, बलिदान और नेतृत्व को श्रद्धांजलि देने की एक कोशिश है।
‘यह फिल्म नहीं, भावना है देश की’
उत्तम माहेश्वरी ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘मैं भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से प्रेरित होकर एक फिल्म की घोषणा करने के लिए माफी मांगता हूं। मेरा मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था। एक फिल्ममेकर होने के नाते मुझे लगा कि सेना के शौर्य और बलिदान को पर्दे पर दिखाना चाहिए। इसलिए इस फिल्म की घोषणा हमारी इंडियन आर्मी के लिए प्यार और इज्जत के चलते हुई ना कि पैसे और फेम के लिए।’ उत्तम माहेश्वरी ने आगे लिखते हुए कहा, ‘हालांकि मैं समझता हूं कि ऐसे वक्त पर फिल्म की घोषणा करने से काफी लोग खुश नहीं हैं, इसलिए मुझे खेद है। ये सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि पूरे देश के जज्बात हैं। मैं अपने देश की आर्मी और पीएम मोदी का धन्यवाद करना चाहता हूं हमें गर्व महसूस कराने के लिए।’
सोशल मीडिया पर मिक्स्ड रिएक्शन
जहां एक तरफ कुछ लोग फिल्म को टाइमिंग के लिहाज से ‘असंवेदनशील’ मान रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इसे भारतीय सेना को समर्पित एक साहसिक पहल बता रहे हैं। लेकिन अभी के माहौल में फिल्म के भविष्य को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। क्या यह फिल्म जनता के दिल तक पहुंचेगी या सिर्फ विवादों में ही उलझ कर रह जाएगी, यह आने वाला वक्त ही बताएगा।