भारती विद्यापीठ के मेडिकल कॉलेज, अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के मेडिकल निदेशक डॉ संजय ललवानी ने कहा, ‘‘अस्पताल के चिकित्सकों ने 32 वर्षीय एक व्यक्ति की कोविड-19 जांच रिपोर्ट और एंटीबॉडी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसे ‘कोवीशील्ड’ टीके (CoviShield) की पहली खुराक दी.’’ उन्होंने बताया कि 48 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति को भी इस टीके की खुराक दी गई. उन्होंने बताया कि पांच स्वयंसेवियों ने परीक्षण के लिये अपना नाम पंजीकृत कराया था. जांच में उनमें से तीन व्यक्तियों में एंटीबॉडी पाए गए. इसलिए उन पर टीके का परीक्षण नहीं किया जा सकता.
ललवानी के मुताबिक अगले सात दिनों में कुल 25 स्वयंसेवियों को टीके की खुराक दी जाएगी.
दो महीने के लिए ऑब्जर्वेशन में रहेंगे पांचों मरीज
एसआईआई ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के जेनर इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित संभावित टीके के निर्माण के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है.
महाराष्ट्र के मंत्री डॉ. विश्वजीत कदम ने कहा पुणे के भारती अस्पताल के पांच लोग, जिन्होंने सीरम इंस्टीट्यूट के वैक्सीन के लिए स्वेच्छा से नाम आगे किया था, उन्हें वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है. वे अगले दो महीने तक मेडिकल ऑब्जर्वेशन में रहेंगे.
जिन अन्य अस्पतालों में परीक्षण किया जाना है उनमें पुणे स्थित बी जे मेडिकल कॉलेज अस्पताल, एम्स दिल्ली, पटना में राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस, चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, गोरखपुर में नेहरू अस्पताल और विशाखापट्टनम में आंध्र मेडिकल कॉलेज शामिल हैं.