मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई। अब इस तबाही के बीच अब प्रदेश के लिए मौसम विभाग ने राहत वाली खबर दी हैं। मौसम विभाग ने एमपी को रेड अलर्ट जोन से बाहर कर दिया है। लेकिन प्रदेश में अभी भी हल्की बारिश होती रहेगी।
दरअसल विभाग ने भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में हल्की बौछार होने का अंदेशा जताया है। इसके साथ ही ग्वालियर, शहडोल, रीवा, जबलपुर और सागर में भी लगभग ऐसा ही मौसम रहेगा। प्रदेश के कई जगहों पर बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। धार, अलिराजपुर, झाबुआ और रतलाम में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
वहीं भोपाल में लगातार दो दिन हुई बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया हैं। निचली बस्तियों में पानी भर गया, सैकड़ों पेड़ भी गिर गए। हालांकि अब बारिश थमने के बाद स्थिति को सामान्य करने में प्रशासन जुट गया है। भोपाल जिला प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अधिकारियों की बैठक ली हैं। जिला प्रभारी मंत्री ने नालों के ऊपर से अतिक्रमण को सख्ती से हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम व्यवस्थित होना चाहिए। और बिजली से संबंधित शिकायतों का तुरंत निराकरण करें।
इसी कड़ी में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अधिकारियों के साथ बैठक कर रहें हैं। मंत्री ने जल-भराव, जल निकासी और नहरों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक में बांधों और नदियों में जल-भराव की स्थिति पर निगाह रखने के निर्देश दिए। मंत्री ने अधिकारियों को बांधों की स्थिति को लेकर हर घंटे रिपोर्ट विभाग को सौंपने के निर्देश भी दिए।
बता दें कि एमपी में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट टीमों ने पिछले दो दिनों में 4,300 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और भारी बारिश से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 2,100 अन्य लोगों को बचाया। नर्मदापुरम, विदिशा और गुना जिले बाढ़ की चपेट में हैं। भोपाल में मंगलवार को बारिश बंद हो गई और शहर के कुछ हिस्सों में 24 घंटे से अधिक समय के बाद बिजली सप्लाई बहाल कर दी गई।