एक बच्चा गुब्बारा ख़रीद कर ख़ुश था…

1. ख़ुशी पैसों पर नहीं,
परिस्थितियों पर निर्भर करती है…

एक बच्चा गुब्बारा ख़रीद कर ख़ुश था,

तो दूसरा उसे बेच कर,

तीसरा उसे फोड़कर,

चौथा पहन कर.

 

2. पति: डार्लिंग कल सुबह क्या तुम मेरे साथ योग क्लास में चलना चाहोगी?
पत्नी: तुम कहना क्या चाहते हो, मैं क्या मोटी हो गयी हूँ?
पति: अरे ऐसी बात नहीं है, नहीं जाना चाहती तो मत चलो।
पत्नी: तुम्हारा मतलब मैं आलसी हूँ।
पति: तुम ऐसे गुस्सा क्यों कर रही हो?

पत्नी: अब तुम्हें लग रहा है कि मैं हमेशा झगड़ती रहती हूँ।
पति: अरे मैंने ऐसा कब बोला?
पत्नी: अच्छा, मतलब अब मैं झूठ बोल रही हूँ।
पति: अच्छा बाबा, मैं भी नहीं जाता।
पत्नी: अब समझी मैं, दरअसल तुम खुद मुझे ले जाना नहीं चाहते थे और
अब बहाने बना रहे हो। तुम्हारा तो हमेशा से यही काम है। सारी गलती मेरी ही है।

पत्नी बस लगातार पति को कोसती रही और पति बेचारा चुपचाप बैठा सारी रात यह सोचता रहा कि 
आखिर उसने ऐसा क्या पूछ लिया जो उसकी यह हालत कर दी गयी.

3. पत्नी: मेरी सहेली बोल रही थी कि मुझे भी आपके बेटे जैसा ही बेटा चाहिये…!
पति: तो क्या हुआ, रात को बुला लो उसे.

कमरे में सन्नाटा.

कहानी यहीं खत्म नहीं होती…..!
आगे तो सुनो पत्नी ने क्या कहा…

पत्नी : पर मैने तो उसे वर्मा जी के यहाँ भेज दिया.
सन्नाटा ख़त्म ही नहीं हो रहा.

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