बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। अंदेशा जताया जा राह है कि चोटिल ऋषभ पंत की कमी भारतीय टीम को खलेगी।
इंग्लैंड के ओवल में 7 जून से WTC का फाइनल मैच में खेला जाना है। ऑस्ट्रेलिया और भारत ने अपनी-अपनी प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर दी है। चोट के चलते क्रिकेट के मैदान से बाहर हुए ऋषभ पंत के ना खेलने से भारत को तगड़ा झटका लग सकता है। भारत ने 2013 के बाद से कोई भी आईसीसी इंवेंट नहीं जीता है। ऐसे में ऋषभ पंत की गैरमौजूदी में तीन ऐसे पहलु हैं, जिनकी वजह से भारत का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना अधूरा रह सकता है।
गौरतलब हो कि की कमी टीम इंडिया में पूरी नहीं की जा सकती है। माना जा रहा है कि ऋषभ पंत टीम के लिए एक्स फैक्टर का काम कर सकते थे। वह मध्यक्रम में आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जानी जाते हैं। तेज से रन बनाने की काबलियत से उन्होंने टीम में अपनी खास जगह बनाई है। ऋषभ पंत के टीम में ना होने से तीन विभागों में ऑस्ट्रेलिया से कमजोर पड़ सकती है।
बेहतरीन विकेटकीपर की कमी
ऋषभ पंत की गौरमौजूदगी में भारतीय विकेटकीपिंग कमजोर हुई है। टीम में शामिल केएल राहुल को टेस्ट में विकेटकीपर के रूप में अभी तक आजमाया नहीं गया है। राहुल को मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में लिया गया है। वहीं, पंत के ना होने से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में केएस भरत को मौका दिया गया था। इस दौरान उनका प्रदर्शन लचर रहा था। हालांकि, टीम प्रबधन में उन्होंने एक और मौका दिया है।
मैच फिनिशर की कमी
बीसीसीआई द्वारा घोषित की गई है भारतीय टीम में फिनिशर की भूमिका निभाने वाला खिलाड़ी नहीं दिखाई दे रहा है। आर अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में रन बनाए थे, लेकिन मैच को फिनिश करने की काबलियत अभी नहीं हासिल कर पाए हैं। कई मौकों पर देखा गया है कि भारतीय टॉप आर्डर के फेल होने पर ऋषभ पंत ने मैच फिनिशर की भूमिका निभाई है। इंग्लैंड के ओवल में ही उन्होंने अपना साल 2018 में पहला टेस्ट शतक भी लगाया था। उन्हें उछाल भरी पिच पर बल्लेबाजी करना पसंद है।
बाएं हाथ के बल्लेबाज की कमी
WTC के फाइनल के लिए घोषित भारतीय टीम में लेफ्ट हैंडर बल्लेबाजों की कमी है। रवींद्र जडेजा और अक्षर को छोड़कर कोई तीसरा बल्लेबाज टीम में शामिल नहीं है। ऐसे में भी ऋषभ पंत का टीम में ना होना भारत के लिए खतरा साबित हो सकता है। ऋषभ पंत स्पिन को बढ़िया तरीके से खेलते हैं। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में नाथन लियॉन और टॉड मर्फी राइट हैंड के बल्लेबाजों के लिए खतरनाक साबित हुए हैं। ऐसे में टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की कमी भारत को भारी पड़ सकती है।