शाम को एक चार सदस्यीय टीम विधायक के गांव पहुंची और विधायक के कुछ नौकरों से अलग-अलग बात की।
भाजपा विधायक पर लगे आरोपों की जांच कर रही सीबीआई 4 जून 2017 से 9 अप्रैल 2018 के बीच रेप से लेकर किशोरी के पिता की मौत समेत पूरे घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है।
रविवार को सीबीआई ने किशोरी की मां के एक बार फिर बयान लिए। सीबीआई किशोरी को एक बार फिर 164 के तहत बयान दर्ज कराने के लिए लखनऊ लेकर जाना चाहती थी।
किशोरी ने 15 अप्रैल को दर्ज कराए गए बयान पर ही कायम रहने की लिखित सहमति सीबीआई को दी। शाम करीब पांच बजे सीबीआई की चार सदस्यीय टीम गांव स्थित विधायक के घर पहुंची।
यहां विधायक के नौकरों को बुलाकर पूछताछ की। इसके बाद किशोरी के पिता पर मारपीट व आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कराने वाले किशोरी के चचेरे चाचा टिंकू सिंह के घर पहुंचकर उसकी पत्नी से उसे जल्द बुलाने के लिए कहा।
टिंकू एसआईटी को मुकदमा दर्ज न कराए जाने का बयान दे चुका है। इसके बाद से टिंकू लापता है। वहीं पीड़िता की टीसी को लेकर सीबीआई ने किशोरी के नाना और मामा से करीब दो घंटे तक पूछताछ की।