हरियाणा के पलवल से पकड़ा गया मुलजिम
जी हां, रिवाल्वर का लाइसेंस लेने के लिए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के निजी सचिव का फर्जी प्रमाण पत्र जमा किया गया था. इस मामले में चिकित्सक शांति स्वरूप तिवारी 26 साल से फरार चल रहा था. लेकिन इस बार कैंट कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर पलवल हरियाणा से उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, 1994 में डॉक्टर शांति स्वरूप तिवारी ने रिवाल्वर का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया था, जिसमें आवेदक ने पूर्व सीएम एनडी तिवारी के निजी सचिव का पत्र संलग्न किया था. पेपर जांच के दौरान यह पत्र फर्जी पाया गया. सीआईडी लखनऊ ने इसकी जांच की थी. वर्ष 2012 में इस भगोड़े अभियुक्त को इनामी घोषित किया गया था.
दो साल कोमा में रहा आरोपी!
गिरफ्तार किए जाने के बाद आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह 1996 में सड़क हादसे में घायल हुआ था. वह 2 साल तक कोमा में रहा, जिसके चलते उसे अपराध की ज्यादा जानकारी नहीं है. वहीं मामले में एसपी सिटी श्वेता चौबे का कहना है कि इन दिनों आरोपी एक निजी अस्पताल में बतौर फिजिशियन काम कर रहा था. जिसे गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal