देहरादून: थराली विधानसभा उप चुनाव में दो पार्टी नेताओं की प्रत्याशी न बनाए जाने से उपजी नाराजगी को लेकर असहज स्थिति में फंसी भाजपा को आखिरकार राहत हासिल हो ही गई। नामांकन के अंतिम दिन पार्टी नेतृत्व ने नाराज दोनों नेताओं बलवीर सिंह घुनियाल और गुड्डू लाल को मना ही लिया। एक दिन पहले तक चुनाव लड़ने पर आमादा नजर आ रहे इन दो नेताओं को पाले में सहेजे रखने में कामयाब भाजपा ने इससे प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली।
थराली से भाजपा विधायक मगनलाल शाह के निधन के कारण रिक्त हुई सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में भाजपा ने स्व. शाह की पत्नी व चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष मुन्नी देवी को प्रत्याशी बनाया है। साफ तौर पर पार्टी की रणनीति इसके जरिये सहनुभूति वोट पाने की ही है, लेकिन पार्टी के इस निर्णय ने बगावत के हालात पैदा कर दिए।
पिछले विधानसभा चुनाव में बतौर निर्दलीय चुनाव लड़कर भी अच्छे-खासे वोट बटोरने वाले जिला पंचायत सदस्य गुड्डू लाल को भाजपा ने पार्टी में शामिल कराकर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जोरदार पैंतरा चला। पार्टी का यह दांव तब उलटा पड़ता नजर आया, जब गुड्डू लाल ने स्वयं को प्रत्याशी न बनाए जाने से खफा होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में ताल ठोकने का ऐलान कर डाला।
यही नहीं, प्रदेश मंत्री बलवीर घुनियाल भी स्वयं को प्रत्याशी न बनाए जाने से खफा होकर कोप भवन में चले गए। उन्होंने तो पार्टी छोड़ने तक का बयान दे दिया मगर ऐन वक्त पर प्रदेश नेतृत्व घनियाल की मनुहार में सफल हो गया।
दरअसल, कहने को तो थराली उप चुनाव महज एक विधानसभा सीट का उपचुनाव है, लेकिन यह प्रदेश की भाजपा सरकार और विपक्ष कांग्रेस, दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी बन गया है। भाजपा के समक्ष चुनौती यह है कि वह अपनी सीट को बरकरार रखे तो कांग्रेस विधानसभा चुनाव के दयनीय प्रदर्शन की चुभन को उप चुनाव के जरिये कुछ कम करना चाहती है। साथ ही जल्द होने वाले नगर निकाय चुनाव से पहले इस उप चुनाव का नतीजा दोनों पार्टियों के मनोबल के लिहाज से भी महत्वपूर्ण रहेगा।
हैरान दिखे समर्थक
थराली उपचुनाव में जिला पंचायत सदस्य गुड्डू लाल की बगावत से पार्टी संगठन पसोपेश में था, लेकिन पार्टी उन्हें मनाने में सफल रही। नामांकन के अंतिम दिन गुड्डू लाल समर्थक घाट से थराली नामांकन के शामिल होने के लिए सड़कों पर इंतजार कर रहे थे, लेकिन गुड्डू लाल द्वारा भाजपा का समर्थन कर नामांकन से हाथ पीछे खींच दिए जाने से समर्थक हैरान रह गए। भाजपा में बगावत का झंडा बुलंद किए प्रदेश मंत्री बलवीर घुनियाल भी पार्टी के पक्ष में प्रचार का ऐलान कर चुके हैं। बलवीर घुनियाल को बीते दिन ही नामांकन फार्म लेने के बाद सीने के दर्द की शिकायत के चलते श्रीनगर भर्ती कराया गया था।