देहरादून: उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम के पास जिम्मा करीब 2600 करोड़ की योजनाओं का और इन्हें धरातल पर उतारने को अभियंताओं का भारी टोटा। सूरतेहाल एक अवर अभियंता के पास कई-कई प्रोजेक्ट होने से निर्माण कार्यों पर भी असर पड़ रहा है। इस सबको देखते निगम में रिक्त पदों को भरने की दिशा में राज्य सरकार अब गंभीरता से कदम उठाने जा रही है। पेयजल मंत्री प्रकाश पंत के अनुसार निगम में सहायक अभियंता, अवर अभियंताओं से लेकर वैयक्तिक सहायक के 584 पदों पर शीघ्र ही भर्ती की जाएगी।
पेयजल निगम में 2013 से विभिन्न पदों पर भर्ती न होने से कार्यों पर असर पड़ रहा है। निगम में अवर अभियंताओं के 529 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 316 खाली चल रहेे हैं। इसी प्रकार सहायक अभियंताओं में सिविल के सीधी भर्ती के स्वीकृत 74 में से 42 और पदोन्नति के 117 में से 28 रिक्त हैं। इसी प्रकार मैकेनिकल में स्वीकृत 11 पदों में सात लंबे समय से खाली हैं। अवर व सहायक अभियंताओं की कमी के कारण एक-एक जेई व एई के पास कई-कई दायित्व आन पड़े हैं।
हालांकि, पेयजल निगम प्रशासन की ओर से पूर्व में रिक्त पदों पर भर्ती का अधियाचन शासन को भेजा गया, लेकिन इस दिशा में प्रभावी पहल नहीं हो पाई। अब राज्य सरकार ने रिक्त पदों को भरने के लिए दरवाजे खोलने का निश्चय किया है। पेयजल मंत्री प्रकाश पंत के अनुसार सरकार ने प्रथम चरण में जेई, एई, अकाउंट आफीसर, वैयक्तिक सहायक के 584 पदों पर जल्द भर्ती की जाएगी। इनमें अवर अभियंताओं के 211 और सहायक अभियंताओं के 22 पद शामिल हैं।