उत्तराखंड में आम लोगों के हेल्थ चेकअप के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करेगी। इस दौरान शुगर, ब्लड प्रेशर, कैंसर सहित गंभीर बीमारियों की जांच की जाएगी। मोतियाबिंद ऑपरेशन, नेत्रदान अभियान के बारे में जागरूक करने के साथ ही आयुष्मान कार्ड और डिजिटल हेल्थ आईडी के बारे में भी लोगों को बताया जाएगा।
940 स्वास्थ्य अधिकारियों को 10-10 गांव का जिम्मा
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशालय में जन आरोग्य अभियान का शुभारंभ किया। एक महीने तक संचालित होने वाले इस अभियान के तहत लोगों की स्क्रीनिंग होगी। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अपने-अपने क्षेत्र के 10-10 गांवों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे। डॉ. रावत ने कहा कि सरकार ने घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही उनका इलाज करने का निर्णय लिया गया है। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों पर तैनात 940 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को 10-10 गांवों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रधानों को करेंगे सूचित
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सीएचओ गांव में आने से चार दिन पहले ग्राम प्रधान और आशा कार्यकत्रियों को सूचना देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में अभी तक 26 लाख लोगों के डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड बन चुके हैं।
केदारनाथ और बदरीनाथ में बनेंगे अस्पताल
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि सरकार चारधाम यात्रा मार्ग के साथ ही राज्य के प्रसिद्ध ट्रेकिंग रूटों पर स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत करने जा रही है। इसके तहत बद्रीनाथ में 50 बेड , केदारनाथ में 30 बेड जबकि हर्षिल में 10 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। केदारनाथ और बद्रीनाथ में अस्पताल अगले साल यात्रा तक तैयार हो जाएंगे।