उत्तराखंड में आपदा के पांचवें दिन बाद भी 130 सड़कें नहीं खुल पाई हैं। इनमें कई राष्ट्रीय व राज्य मार्ग भी शामिल हैं। ग्रामीण सड़कों के बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की तरफ से शुक्रवार को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि आपदाग्रस्त जनपद नैनीताल में एक राष्ट्रीय और चार राज्य मोटर मार्ग के साथ ही 27 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें लोनिवि खोलने के प्रयास में लगा है।
पिथौरागढ़ में सर्वाधिक 50 सड़कों पर अभी वाहनों का संचालन नहीं हो पा रहा है। इनमें सात बार्डर व तीन मुख्य मार्ग भी शामिल हैं, जबकि टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय मार्ग स्वाला व भारतोली के पास बार-बार भूस्खलन व पत्थर गिरने से अवरुद्ध है, जिले में 21 सड़कें अभी बाधित हैं।
वहीं, चारधाम मार्ग फिलहाल खुले हैं। गढ़वाल मंडल में सिर्फ आठ सड़कें ही बाधित हैं। उधर, लोनिवि के प्रभारी प्रमुख अभियंता प्रमोद कुमार ने बताया कि राज्य भर में विभिन्न अवरुद्ध सड़कों को खोलने के लिए 143 जेसीबी लगाई गई हैं। सड़कों को खोलने के लिए दिन-रात मजदूर काम पर लगे हैं और सभी सर्किलों को अधीक्षण अभियंताओं को इसे प्राथमिकता से लेने के निर्देश दिए हैं।