इस साल सितंबर में सऊदी के तेल संयंत्र पर हुए हमले के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी थमने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि हमले की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोहियों ने ली थी। हालांकि अमेरिका और सऊदी अरब ने इस हमले के पीछे ईरान का हाथ बताया था।

जानकारी के मुताबिक ईरान अब अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का मन बना रहा है। इस घटना के करीब चार महीने बाद ईरान के सुरक्षा अधिकारी तेहरान में जमा हुए। यहां इन सबने अमेरिका को ‘सबक सिखाने’ पर चर्चा की।
अमेरिका के खिलाफ नाराज़गी दो चीज़ों को लेकर है पहला न्यूक्लियर ट्रीटी खत्म करना और दूसरा ईरान पर भारी-भरकम पाबंदी लगाना। बता दें कि अमेरिका के इशारों पर दूसरे देशों ने ईरान से तेल खरीद में कमी कर दिया है।
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