कालेजों में सहायक प्राध्यापक बनने के लिए योग्यता देने वाली राज्य पात्रता परीक्षा (सेट) इस साल फिर आयोजित की जाएगी। इस बार इसमें नए विषय भी शामिल हो सकते हैं। उच्च शिक्षा आयुक्त श्ाारदा वर्मा ने इसे लेकर प्रस्ताव सचिवालय को भेजा है। सचिवालय से छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके बाद व्यापमं को भी परीक्षा कराने के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) से अनुमति लेनी होगी।

गौरतलब है कि प्रदेश में अब तक छह बार यह परीक्षा आयोजित हो चुकी है। पिछली बार वर्ष 2019 में 19 विषयों में यह परीक्षा हुई थी। इसके बाद कोरोना संक्रमण के चलते इस परीक्षा को लेकर कोई प्रक्रिया नहीं हो पाई थी। राज्य के कालेजों और विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक के लिए न्यूनतम योग्यता नेट अथवा सेट परीक्षा उत्तीर्ण होना निर्धारित है। ऐसे में यह परीक्षा प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए रोजगार का साधन बन सकती है। उच्च शिक्षा सचिव भुवनेश यादव के मुताबिक इस परीक्षा के लिए प्रक्रिया चल रही है।
अब तक छह बार हो चुकी है परीक्षा
प्रदेश में पहली बार 2006 में सेट आयोजित हुई थी। इसके बाद 2006, 2013, 2017, 2018 और 2019 में परीक्षा का आयोजन किया गया था। यूजीसी के अनुसार प्रदेश में हर साल सेट का आयोजन होना चाहिए। उच्च शिक्षा विभाग के अपर संचालक डा. एचपी खैरवार ने बताया कि इसके लिए लोक शिक्षण संचानालय से प्रस्ताव राज्य शासन को भेज दिया गया है।
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