उन्होंने सेकेंड हैंड बजाज आई थ्री-व्हीलर पिकअप को एक घर में बदल कर ‘कॉन्सेप्ट होम ऑन व्हील्स प्रोजेक्ट’ को हकीकत बना दिया।तमिलनाडु के नामक्कल में परमथी वेल्लोर के रहने वाले अरुण को इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 5 महीने का समय लगा है। बेंगलुरु की डिजाइन और आर्किटेक्ट कंपनी बिलबोर्ड से जुड़कर अरुण ने यह ‘जुगाड़’ बनाया है।
हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि, ”उन्होंने इस मोबाइल होम की प्रेरणा चेन्नई से ली। उन्होंने चेन्नई से ही ग्रेजुएशन किया है और वहीं झुग्गी बस्तियों में रहने वालों को देखकर उन्होंने थ्री-व्हीलर मोबाइल होम की कल्पना की थी.” वहीं अरुण के परिवार में वह पहले शख्स हैं, जिसने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की है और अरुण का परिवार व्यापार से जुड़ा है।