प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड पूरा होने जा रहा है। यह स्टडी एक्सिस मॉय इंडिया द्वारा किया गया है। इस रिपोर्ट में 2014 से अब तक प्रसारित हुए मन की बात के एपिसोड को लेकर एक स्टडी की गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 100वां एपिसोड पूरा होने जा रहा है। इसी बीच कार्यक्रम को लेकर एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में मन की बात कार्यक्रम को लेकर एक स्टडी की गई, जिसमें कई दिलचस्प बातें सामने आई हैं।
यह स्टडी द्वारा किया गया है। दिल्ली में इस रिपोर्ट को लॉन्च किया गया है। इस दौरान प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी, My Gov के सीईओ आकाश त्रिपाठी, इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस के निदेशक डॉ. अमित कपूर सहित गेट्स फाउंडेशन की डिप्टी डॉयेक्टर पॉलिसी कम्यूनिकेशन एंड बिहेवियर इंसाइड डॉ. अर्चना व्यास मौजूद रही।
क्या कहती है यह रिपोर्ट
इस रिपोर्ट में 2014 से अब तक प्रसारित हुए मन की बात के एपिसोड को लेकर एक स्टडी की गई, जिससे पता चला कि मन की बात से लोगों के बीच व्यवहार परिवर्तन हुआ है।लोगों से उन मुद्दों पर बातचीत की जो नागरिकों के लिए मायने रखते हैं। अमित कपूर ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि पीएम मोदी ने लोगों के साथ जिस तरह की बातचीत की, उससे हमने लोगों के व्यवहार में बदलाव देखा। लगभग 100 करोड़ लोगों ने इन्हें सुना। इनमें उन विषयों पर चर्चा की गई जो नागरिकों के लिए मायने रखते हैं।
मन की बात ने लोगों के जीवन में किस तरह के बदलाव किए?
संस्थापक और सीएमडी प्रदीप गुप्ता ने कहा कि पीएम मोदी की बातचीत से लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग है। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में एक अलग तरह का अध्ययन था क्योंकि हमें यह जानना था कि मन की बात ने लोगों के जीवन में किस तरह के बदलाव किए। अलग-अलग मुद्दों का अलग-अलग जगहों पर प्रभाव पड़ा।
उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश के बैतूल गांव में, लोग शुरू में टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन जब पीएम मोदी ने उनसे सीधे इस बारे में बातचीत की। ग्रामीणों की अपनी अवधारणा थी कि वे टीका क्यों नहीं ले रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के बातचीत के कुछ दिनों के भीतर, हर ग्रामीण को टीका लग गया और लाभ हुआ।
लोगों में और जागरूकता पैदा करेगा 100वां एपिसोड
प्रदीप गुप्ता ने कहा कि मन की बात का आगामी 100वां एपिसोड जो आज सुबह 11 बजे प्रसारित होगा, लोगों में और जागरूकता पैदा करेगा। उन्होंने कहा, सुनना एक बात है, प्रभावित होना दूसरी बात है और तीसरी चीज है बदलाव। मुझे लगता है कि जब लोग मन की बात के एपिसोड को सुनेंगे तो वे बदलाव करना शुरू करेंगे।
क्या मन की बात से पड़ता है कोई प्रभाव
मन की बात के एपिसोड देखने के दौरान पीएम मोदी द्वारा उजागर किए गए विषयों के बारे में एक गहन विश्लेषण किया गया। पता लगाया गया कि क्या यह वास्तव में कोई प्रभाव उत्पन्न करता है? मन की बात न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण दोनों आबादी तक में पहुंची। स्टडी में पता चला कि यह एक अनूठा मंच है जो ग्रामीण और शहरी दोनों आबादी तक प्रभावी ढंग से पहुंचा है। केस स्टडी से पता चला है कि लगभग 100 करोड़ लोगों ने वास्तव में मन की बात के कम से कम एक एपिसोड को देखा है। मन की बात ऐपिसोड ने सामुदायिक कार्रवाई को प्रेरित किया है।