अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अभी तक खत्म नहीं हुआ है. तनाव के बीच ही एक बार फिर इराक की राजधानी बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला किया गया है. इस बात की पुष्टि अमेरिकी सेना से जुड़े सूत्रों ने की है.
बीते साल अक्टूबर 2019 से लेकर अब तक यह लगातार 19वां हमला है. जिस इलाके में रॉकेट दागे गए हैं वहां कई एयरक्राफ्ट देखे गए हैं. यह हमला ग्रीन जोन में हुआ है, जहां कई सारे सरकारी भवन हैं.
इसी जगह पर कई देशों के दूतावास भी हैं. घटना के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है. 13 फरवरी को ईरान ने अमेरिका को धमकी दी थी कि ईरान अमेरिका और इजराइल पर हमला करेगा अगर वे जरा भी गलती करेंगे. माना जा रहा है कि ईरान ऐसे हमले करके अमेरिका पर दबाव बना रहा है.
ईरान के मेजर जनरल हुसैन सलामी ने जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के 40 दिन बाद कहा था कि अगर अमेरिका या इजराइल जरा भी गलती करेंगे तो उन पर हम हमला करेंगे. ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान और अमेरिका के बीच संबंध बिगड़ गए हैं. अमेरिका ने कमांडर सुलेमानी को इराक में मार दिया था.
अमेरिका ने 3 जनवरी को एयरस्ट्राइक में ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया था. यह हमला इराक की सरहद में किया गया था. कासिम सुलेमानी को ईरान का दूसरे सबसे ताकतवर शख्स का ओहदा मिला था जिसके चलते पूरे ईरान में उनकी मौत के बाद गुस्सा देखने को मिला था.
ईरान की सरकार ने सार्वजनिक तौर पर सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए कहा था. इराक में अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर ईरान लगातार हमलावर है. अमेरिकी सेना की ओर से भी लगातार इन हमलों का जवाब दिया जाता रहा है.
ईरान और अमेरिका के बीच के तनाव का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है. दुनिया की सारी बड़ी ताकतें चाह रही हैं कि दोनों देशों के बीच सहमति बने और जल्द से जल्द शांति बहाल हो, हालांकि ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है.