कश्मीर के मुद्दे पर मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों लगातार युद्ध की बात कर रहे हैं. कल ही उन्होंने कहा कि अगर दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच युद्ध हुआ तो यह सिर्फ दो क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा, इसके पूरे क्षेत्र में खतरनाक परिणाम हो सकते हैं.
इस्लामिक सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमरीका (आईएसएनए) को वीडियो कॉल के जरिए संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि कश्मीर के हालात को लेकर वैश्विक नेताओं को अवगत कराया है. पांच अगस्त को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने और सूबे को दो हिस्सों में बांटने का फैसला किया था. जिसके बाद से इमरान खान लगातार कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एक के बाद एक कई झटके लगे.
इमरान खान ने यह भी कहा कि भारत जम्मू और कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए ध्यान भटका सकता है. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि भारत में कुछ लोग अब भी नेहरू और गांधी की विचारधारा में भरोसा करते हैं लेकिन मोदी के पीएम बनने के बाद से हालात बदले हैं. मुझे उम्मीद है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय कश्मीर को लेकर अपनी भूमिका अदा करेगा.