अमेरिका पहुंचने पर एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाईअड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का स्वागत इतना फीका रहा कि मौके पर उत्साह तो नदारद था ही,बड़े अफसर भी अगवानी के लिए मौजूद नहीं थे। इमरान भी यूएनजीए की बैठक में शामिल होने के लिए अमेरिका पहुंचे हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जब सऊदी के विमान से न्यूयॉर्क पहुंचे तो उनका स्वागत करने के लिए कोई बड़ा अमेरिकी अधिकारी मौजूद नहीं था।
पाकिस्तान को शर्मिंदगी उस वक्त हुई जब इमरान के आगे रेड कार्पेट भी लगभग एक फुट का ही बिछा था। उधर, प्रधानमंत्री मोदी का ह्यूस्टन पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ। उनका रेड कार्पेट वेलकम हुआ और कई अमेरिकी अधिकारी उनकी अगवानी करने पहुंचे थे।
अमेरिका पर भड़के पाक के मंत्री :
पाक मंत्री अमेरिका में मोदी के भव्य स्वागत और पाक पीएम इमरान खान को तवज्जो न मिलने से झल्ला गए। कश्मीर के मामले में अमेरिका को भारत के साथ आते देख पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने कहा, कश्मीर के मामले में अमेरिका पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। रशीद ने इस मामले में चीन को एक मात्र करीबी दोस्त बताया।
सोशल मीडिया पर पाक का उड़ा मजाक
प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत और इमरान खान की बेइज्जती सोशल मीडिया पर लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रही। पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सम्मान में अंतर को बताया है।
एक यूजर ने लिखा कि अमेरिकी में मोदी के स्वागत के लिए रेड कार्पेट और इमरान के स्वागत के लिए डोर मैट। एक दूसरे यूजर ने लिखा कि रेड कार्पेट का साइज भी हैसियत के हिसाब से रखा गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अमेरिका के न्यूयॉर्क में सोमवार कोमुलाकात होने की संभावना है जिसमें एक बार फिर कश्मीर मसले पर चर्चा हो सकती है। पाकिस्तान के अखबार के मुताबिक खान संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र की बैठक में शामिल होने के लिए अमेरिका आएंगे और इसी दौरान वह ट्रंप से मुलाकात कर सकते हैं।
इमरान खान और पीएम मोदी 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबंधित करने वाले हैं। भारतीय प्रधानमंत्री शुक्रवार की सुबह जबकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री दोपहर बाद महासभा को संबोधित करेंगे। खान ने पहले ही यह घोषणा कर दी है कि वह अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दा उठाएंगे और कश्मीर पर लिये गये भारत के पांच अगस्त के फैसले की नैतिक और कानूनी खामियां को उजागर करेंगे।
मोदी ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘हाउडी मोदी’ समारोह में अपने संबोधन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि भारत ने हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर के विकास में बाधा पहुंचाने वाले अनुच्छेद 370 को हटा दिया है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान संभवत: सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं। इससे पहले मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारे फैसलों से उन लोगों को दिक्कत हो रही है, जिनसे अपना देश संभल नहीं रहा है। अमेरिका में 9/11 हो या मुंबई में 26/11 हो, उसके साजिशकतार् कहां पाए जाते हैं? उन्हें पूरी दुनिया जानती है। अब समय आ गया है कि आतंकवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निणार्यक लड़ाई लड़ी जाए।”
उन्होंने कहा, “उन्होंने भारत के प्रति घृणा को अपने शासन का केंद्रबिंदु बनाया है। वे अशांति चाहते हैं। वो आतंक को पालते हैं, पोसते हैं।” उन्होंने कहा, “मैं यहां जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में राष्ट्रपति ट्रंप पूरी मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ खड़े हैं।” उन्होंने कहा, “देश के सामने 70 साल से एक चुनौती थी, जिसे कुछ दिन पहले भारत ने ‘फेयरवेल’ दे दिया है। ये विषय है अनुच्छेद 370 का।”
मोदी ने कहा, “अनुच्छेद 37० ने जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख के लोगों को विकास और समान अधिकार से वंचित रखा था। इस स्थिति का लाभ आतंकवादी और अलगाववादी उठा रहे थे। संविधान ने जो अधिकार शेष भारत को दिए हैं, अधिकार अब जम्मू एवं कश्मीर को मिल गया है।” उन्होंने कहा, “वहां की महिलाओं और दलितों के साथ हो रहा भेदभाव अब खत्म हो गया है।
राज्यसभा और लोकसभा में इस पर घंटों चर्चा हुई। राज्यसभा में हमें बहुमत नहीं है, इसके बावजूद हमारे दोनों सदनों ने इस फैसले को दो तिहाई बहुमत से पारित किया है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत में बहुत कुछ हो रहा है, बहुत कुछ बदल रहा है और बहुत कुछ करने के इरादे से हम चल रहे हैं। हमने नई चुनौतियों को पूरा करने की जिद ठान रखी है।”