हिंदू धर्म में जब भी किसी की शादी होती है तो लड़का-लड़की की कुंडली मिलाई जाती है. वहीं कुंडली मिलान में जन्म स्थान, जन्म का समय, जन्म की तारीख, राशि का नाम, गोत्र इत्यादि चीजें काफी मायने रखती हैं और इन्हीं चीजों के आधार पर कुंडली का मिलान होता है.
ऐसे में अगर लड़का-लड़की के 16 गुण मिलते हैं तो दोनों की शादी कराई जा सकती है. अब अगर आप नहीं जानते हैं कि लड़का-लड़की के कितने गुण मिलना सबसे उत्तम माना जाता है तो इस बारे में आज हम आपको बताते हैं. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार अगर किसी लड़का-लड़की के 28 गुण मिलते हैं तो यह सबसे उत्तम होता है और अगर ऐसे लोगों की शादी हो जाती है तो उनकी शादी जीवन भर चलती है. इसी के साथ ऐसे लोग दुख-सुख में एक दूसरे का साथ देते हैं और हमेशा एक-दूसरे की ढाल बनकर खड़े रहते हैं.
शादी के समय जो पंडित कुंडली मिलान करता है, वह अपनी तरफ से दूल्हा-दुल्हन को 2 गुण देते हैं, जैसे अगर किसी व्यक्ति के 26 गुण हैं तो दो गुण मिलाकर 28 गुण हो जाते हैं और ऐसा योग उत्तम माना जाता है. इसी के साथ कहते हैं कि जिस दूल्हा-दुल्हन के 28 गुण मिलते हैं, उसका वैवाहिक जीवन हमेशा खुशहाल लेता है और ऐसे लोग अपने जीवन में आने वाली हर परिस्थितियों को आसानी से संभाल लेते हैं. वहीं धर्म शास्त्रों में जब भी किसी लड़के या लड़की की शादी होती है तो उसकी कुंडली मिलाई जाती है और देखा जाता है कि उनके कितने गुण मिल रहे हैं.