रिंग रोड के दो व्यस्त चौराहे मुसाखेड़ी और आईटी पार्क चौराहा पर दो माह पहले ब्रिज निर्माण शुरू हो चुका है। डेढ़ साल में दोनो ब्रिज बनकर तैयार हो जाएंगे। खजराना चौराहा की एक लेन ट्रैफिक के लिए खोल दी गई है, दूसरी लेन भी तैयार है।
इंदौर का दस किलोमीटर लंबा पूर्वी रिंग रोड सिग्नल फ्री बनाने की तैयारी की जा रही है। इस मार्ग के सात में से चार चौराहों पर ब्रिज बन चुके है। दो चौराहों पर निर्माण शुरू हो चुका है। शेष बचे एमआर-9 चौराहे की प्लानिंग भी हो चुकी है।
प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सालभर पहले इंदौर के विकास की पहली बैठक ली थी। तब शहर के किसी एक मार्ग को सिग्नल फ्री करने योजना तैयार करने के लिए अफसरों को कहा था। इसके लिए रिंग रोड को चुना गया, क्योकि इस रोड पर चार ब्रिज बन चुके थे।
बचे तीन चौराहों में से दो पर ब्रिज निर्माण शुरू हो चुका है। मेट्रो रुट के कारण एमआर-9 चौराहे पर अभी ब्रिज नहीं बन पाया है। पूर्वी रिंग रोड का दस किलोमीटर का हिस्सा एमआर-9 चौराहा से ही सिग्नल फ्री हिस्सा होगा,क्योकि रेडिसन चौराहा पर मेट्रो ट्रेक के कारण ब्रिज की प्लानिंग नहीं हो पाई है।
एक साथ दो चौराहों पर ब्रिज निर्माण शुरू
रिंग रोड के दो व्यस्त चौराहे मुसाखेड़ी और आईटी पार्क चौराहा पर दो माह पहले ब्रिज निर्माण शुरू हो चुका है। डेढ़ साल में दोनो ब्रिज बनकर तैयार हो जाएंगे। खजराना चौराहा की एक लेन ट्रैफिक के लिए खोल दी गई है, दूसरी लेन भी तैयार है। दो साल में सात में से छह चौराहे सिग्नल फ्री हो जाएंगे।
मेट्रो का काम शुरू होने के बाद एमआर-9 चौराहा पर भी ब्रिज बन जाएगा। इसके अलावा राजीव गांधी चौराहा पर भी डेबल डेकर ब्रिज की प्लानिंग की जा रही है।