आतंकवादी संगठन ISIS से दोबारा जुड़ने वाली पुणे की एक लड़की को आतंकवादी हमला करने के संदेह में जम्मू एवं कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं आरोपी लड़की की मां ने खास बातचीत में सभी आरोपों को नकार दिया है. उनके अनुसार जबतक उनकी बात उनकी बेटी से न हो जाए, तब तक कोई भी बात मानने वाली नहीं है.
आरोपी सादिया की मां से पूछा गया कि सादिया कश्मीर क्यों गई, इस पर उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी बेटी का किसी भी आतंकी संगठन से कोई ताल्लुकात नहीं है. उनके अनुसार उनकी बेटी का बगदादी या आईएस से नाम जोड़ना गलत है, गलत आरोप लगाए जा रहे हैं. उनकी मां ने कहा कि उनकी बेटी सुरक्षित जगह पर है, लेकिन जगह का नाम बताने से इनकार कर दिया. सादिया की मां ने कहा कि वे कश्मीर के गृह मंत्री मुनीर खान से बात करेंगी.
सादिया के मां का कहना है कि आधार कार्ड के आधार पर उसके बेटी को फंसाया जा रहा है. मां का कहना है कि उसकी बेटी ने उच्च शिक्षा के लिए कई अर्जिया दी हुई है. ऐसे में कोई भी उसके बेटी का आधार कार्ड लिया होगा और नाम का गलत इस्तेमाल किया होगा, उसकी बेटी निर्दोष है.
मां ने कहा कि 2015 में सादिया गलत लोगों के बहकावे में आने से कथित रूप से ISIS के संपर्क में आयी थी. ATS अधिकारियों की मदद और मौलवी के मार्गदर्शन से वह ISIS के बहकावे से दूर निकल आई थी. 2015 के बाद उसकी बेटी ने जॉब भी करना शुरू कर दिया था. घरवालों से कोई भी शिकयत उसकी बेटी को नहीं थी.
सादिया की मां ने सवाल किया कि अगर किसी फिदायीन को धमाका करना है तो वो धमाके की जगह ही रात में क्यों खड़ा रहेगा? मां ने बताया कि सादिया से दो दिन पहले बात हुई है और तब उसकी बेटी ने बताया था कि वो जहां कहीं भी है, सही सलामत है. ऐसे में जब कश्मीर राज्य की पुलिस उसकी उसके कथित बेटी से बात कराएंगे तभी वो मानेगी कि उसकी बेटी है या नहीं?
सादिया की मां ने बताया कि 2 साल पहले भी उनकी बेटी का नाम आईएसआईएस से जोड़ा गया था, जबकि उनकी बेटी घर से बाहर जानेवाले रास्ता कहां जाता है, सही तरीके से नहीं जानती है. आपको बता दें कि सादिया शेख येरवडा के घरौंदा सोसायटी में अपने परिवार के साथ रहती है. वहीं जम्मू एवं कश्मीर के IGP ने यह तो नहीं बताया कि संदिग्ध युवती को कहां से गिरफ्तार किया गया, हालांकि यह जरूर कहा कि लड़की से पूछताछ की जा रही है और वे मामले की जांच में जुट गए हैं.
गौरतलब है कि 26 जनवरी से ठीक एक दिन पहले महाराष्ट्र पुलिस की पुणे ATS की टीम ने अलर्ट जारी किया था कि पुणे की रहन वाली एक लड़की फिर से ISIS से जुड़ गई है और गणतंत्र दिवस पर आतंकवादी घटना को अंजाम देने की तैयारी में है. पुलिस को जानकारी मिली थी कि संदिग्ध युवती इस समय जम्मू एवं कश्मीर में है और ISIS के जरिए किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दे सकती है. लड़की के साथ लगातार संपर्क में रहने वाले सिराजुद्दीन नाम के एक और संदिग्ध व्यक्ति को जयपुर से गिरफ्तार किया गया था. सिराजुद्दीन भारत में आईएसआईएस का रिक्रूटर था और युवाओं को बहकाकर आईएसआईएस से जुड़ने के लिए बरगलाता था.