बहुत से लोग मोहिनी एकदशी और बुद्ध पूर्णिमा के डेट को लेकर असमंजस में हैं. तो आइए आज हम बताते हैं इनकी तारीख.
15 मई: मोहिनी एकादशी व्रत.
17 मई: नृसिंह जयंती. गुरु अमरदास जयंती.
18 मई: वैशाखी पूर्णिमा. बुद्ध पूर्णिमा.
19 मई: ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्षारंभ.
20 मई: देवर्षि नारद जयंती.
निर्झरिणी – कहा जाता है दूसरों के व्यवहार से दुखी होकर आप अपने मन की शांति और विचारों को प्रभावित न करें.
इंद्रियों का विषय नहीं आत्मा – यथार्थ गीता
अव्यक्तोयमचिंत्योयमविकार्योयमुच्यते. तस्मादेवं विदित्वैनं नानुशोचितुमर्हसि..
कहा गया है आत्मा अव्यक्त अर्थात इंद्रियों का विषय नहीं है और इंद्रियों के द्वारा इसे समझा नहीं जा सकता. इसी के साथ जब तक इंद्रियों और विषयों का संयोग है, तब तक आत्मा है तो, किंतु उसे समझा नहीं जा सकता. लिखा हुआ है वह अचिंत्य है. जब तक चित्त और चित्त की लहर है तब तक वह शाश्वत है तो, किंतु हमारे दर्शन, उपभोग और प्रवेश के लिए नहीं है. अत: चित्त का निरोध करें.