2. हालांकि ट्रेन में तृतीय श्रेणी का कोई डिब्बा नहीं है।
3. 55.7 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन दोनों शहरों के बीच की दूरी 1531 किलोमीटर को 27 घंटे और 30 मिनट में पूरा करेगी।
4. महामना में मॉड्यूर पैनल, अपर बर्थ पर चढ़ने के लिए खास सीढ़ियां, मॉडर्न टॉयलेट है।
5. प्लेटफॉर्म वॉशबेसिन, वॉटर मशीन, ऑडर कंट्रोल सिस्टम, एक्जॉस्ट पंखे, एलईडी लाइट्स, डस्टबिन लगाए गए हैं।
6. पूरी ट्रेन में एलईडी लाइट और रिजर्व कोच में बर्थ इंडिकेटर्स लगे होंगे इतना ही नहीं ट्रेन में टॉयलेट्स के पास बड़े शीशे लगाए गए हैं.।
7. मेक इन इंडिया के तहत महामना में डेवलप मॉडर्न इंटीरियर लगाया गया है।
8. हिंदू महासभा के प्रेसिडेंट रहे पंडित मदन मोहन मालवीय के नाम पर महामना ट्रेन शुरुआत हुई। मालवीय को मनामना की उपाधि मिली थी।
9. महामना की पहले ट्रेन का लोकार्पण साल 2016 में हुआ था और सबसे पहली महामना ट्रेन वाराणसी से नई दिल्ली के बीच शुरू की थी।
10. ट्रेन जिन चार राज्यों में दौड़ेगी, इनमें गुजरात से चलकर भरूच, सूरत में रुकेगी फिर महाराष्ट्र के अमालनेर, भूसावल, मध्यप्रदेश के इटारसी, जबलपुर, कटनी, सतना और फिर वाराणसी के छेओकी में रुकेगी और अंत में वाराणसी इसका लास्ट स्टेशन होगा।