साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse 2022) पांच मई यानी शुक्रवार को लगेगा। आज बुद्ध पूर्णिमा भी है। ऐसे में बताया जा रहा है कि 130 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है। आइए जानते हैं कि ये चंद्रग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा।
बता दें कि वैशाख शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार को स्वाति नक्षत्र और सिद्धि योग के सुयोग में बुद्ध पूर्णिमा का पर्व है। वहीं साल का पहला छाया चंद्रग्रहण भी शुक्रवार की रात को लगेगा।
कहां-कहां दिखाई देगा चंद्रग्रहण
आज लगने वाला चंद्रग्रहण एक उपछाया चंद्रग्रहण होगा। इसके अनुसार चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया नहीं पड़ती है बल्कि उपछाया पड़ती है। इसमें चंद्रमा के आकार में कोई अंतर नहीं आता है। हालांकि,धुंधली से छाया प्रतीत होती है। यह चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। चंद्रग्रहण यूरोप, एशिया के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा।
क्या है चंद्रग्रहण का समय
चंद्रग्रहण का समय रात 8.44 बजे से शुरू होगा और 1.00 बजे तक रहेगा। भारत में चंद्रग्रहण दिखाई नहीं पड़ने के कारण इसका सूतक मान्य नहीं होगा। इसलिए श्रद्धालु बुद्ध पूर्णिमा को लेकर दान-पुण्य कर सकते हैं।
ज्योतिष आचार्य राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि वैशाख माह की स्नान-दान और व्रत की पूर्णिमा पर ग्रहों का शुभ संयोग बना रहेगा। इस दिन गंगा स्नान, भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
खगोलशास्त्र और हिंदू पंचांग के अनुसार, भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा। हालांकि, कहा जा रहा है कि आसमान साफ रहा तो भारत के कुछ हिस्सों में चंद्र ग्रहण को दिखाई देगा। ऐसे में पटना में भी चंद्रग्रहण देखा जा सकता है।
बिहार में कब लगेगा चंद्रग्रहण
बिहार में सूर्यास्त से पहले ही ग्रहण की शुरुआत हो जाएगी। पटना में चंद्र ग्रहण शाम पांच बजे शुरू होगा। 05.06 बजे ग्रहण का मध्य होगा, जबकि शाम 7.26 बजे ग्रहण खत्म हो जाएगा। मिथिला पंचांग के अनुसार चंद्रग्रहण आठ नवंबर को शाम 4.59 बजे से आरंभ होकर 6.20 बजे समाप्त होगा।