ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि हर दिन कई प्रकार के नक्षत्र और योग का निर्माण होता है। जिनमें से कुछ शुभ होते हैं और कुछ अशुभ होते हैं। इसलिए जिस तरह एकादशी तिथि को सभी तिथियों सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, ठीक उसी तरह पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा बताया गया है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, पुष्य नक्षत्र का निर्माण जब विशेष दिन पर होता है, जैसे रवि पुष्य, शनि पुष्य या गुरु पुष्य तो इन सभी योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। बता दें कि मई मास के अंत में गुरु पुष्य योग बनने जा रहा है, जिसमें सोने, चांदी या घर की खरीदारी और पूजा-पाठ करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं, किस दिन बन रहा है गुरु पुष्य योग?
गुरु पुष्य योग 2023 तिथि
पंचांग के अनुसार, गुरु पुष्य योग का निर्माण ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन अर्थात 25 मई 2023, गुरुवार के दिन हो रहा है। यह योग सुबह 05:26 से शाम 05:55 तक रहेगा। बता दें कि इस दिन इसी समय पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। धार्मिक दृष्टिकोण से देखें तो इस स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाएगा।
गुरु पुष्य योग के दिन करें यह कार्य
- पुष्य नक्षत्र में सोना, चांदी, पीतल, वाहन, उपयोगी वस्तुएं, बड़े निवेश, भवन इत्यादि की खरीदारी करने से अत्यंत लाभ मिलता है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा व्यक्ति पर सदैव बनी रहती है और वस्तुओं की खरीदारी से आर्थिक वृद्धि होती है।
- आप यदि कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो इस योग को बहुत ही लाभकारी माना जाता है। साथ ही भवन आदि के निर्माण के लिए भी पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना गया है। शेयर बाजार में निवेश या म्यूचल फंड में धन निवेश इत्यादि के लिए भी यह दिन सबसे महत्वपूर्ण है।
- इस दिन कोई व्यक्ति यदि सोना-चांदी जैसे मूल्यवान चीजों की खरीदारी नहीं कर सकता है तो वह गुरु पुष्य योग में कार्यस्थल या मंदिर में दक्षिणवर्ती शंख जरूर स्थपित करें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।