हिन्दू धर्म में श्रावण मास को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। श्रावण मास में भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं कब से शुरू श्रावण मास।
हिन्दू धर्म में श्रावण मास को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस पवित्र महीने में भगवान शिव की विशेष उपासना की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि श्रावन मास के प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से और उनका अभिषेक करने से साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। श्रावण मास की महिमा का वर्णन कई प्रकार से वेद एवं पुराणों में किया गया है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस पवित्र महीने की शुरुआत श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि। आइए जानते हैं, कब से शुरू हो रहा है श्रावण मास, शूभ मुहूर्त और पूजा विधि
श्रावन मास 2023 प्रारंभ तिथि
पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 3 जुलाई को शाम 05 बजकर 08 मिनट पर होगा और इसका अंत 4 जुलाई को दोपहर 01 बजकर 38 मिनट पर हो जाएगा। वहीं प्रथम सोमवार व्रत 10 जुलाई 2023 के दिन रखा जाएगा।
अधिकमास के कारण श्रावण मास होगा 3 महीने का
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस वर्ष अधिकमास लग रहा है, जिस वजह से सावन का महीना 59 दिनों का होगा। ऐसा योग 19 वर्षों के बाद बनने जा रहा है। बता दें कि श्रावण का महीना 4 जुलाई से शुरू होगा और इसका समापन 31 अगस्त के दिन हो जाएगा। वहीं अधिकमास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा।
श्रावन सोमवार व्रत सूची
- सावन का पहला सोमवार: 10 जुलाई 2023
- सावन का दूसरा सोमवार: 17 जुलाई 2023
- सावन का तीसरा सोमवार: 24 जुलाई 2023
- सावन का चौथा सोमवार: 31 जुलाई 2023
- सावन का पांचवां सोमवार: 07 अगस्त 2023
- सावन का छठा सोमवार: 14 अगस्त 2023
- सावन का सातवांसोमवार: 21 अगस्त 2023
- सावन का आठवां सोमवार: 28 अगस्त 2023