ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद असुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई विधायक अकरमुद्दीन ओवैसी के खिलाफ के खिलाफ जिला एवं सत्र न्यायालय सिद्धार्थनगर के प्रभारी सीनियर डिवीज़न देवेंद्र मौर्य की अदालत में मंगलवार को परिवाद दाखिल किया गया है।
परिवाद भारतीय जन क्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष राकेश प्रताप सिंह ने दाखिल किया अदालत ने अगली सुनवाई के 20 दिसंबर की तिथि निर्धारित की है जिसमें परिवादी को साक्ष्य वा बयान दर्ज करने के लिए निर्धारित तिथि पर उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया है।
राकेश प्रताप सिंह ने ओवैसी भाइयों पर आरोप लगाया है कि वह सुप्रीम कोर्ट की अवमानना और देश में जातीय द्वेष फैलाने का काम कर रहे है। परिदवाद में कहा गया है कि ओवैसी बंधुओं का कहना है कि पर्सनल लॉ बोर्ड की तरह राम मंदिर पर आए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से वह असहमत हैं। सर्वोच्च न्यायालय सर्वोच्च हो सकता है लेकिन अचूक नहीं। इस बयान ने देश के साम्प्रदायिक सौहार्द का बिगाड़ने का काम किया है।