गुवाहाटी: असम में विपक्षी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. असम से चार बार के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने आज कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. अब उनके जल्द ही बीजेपी में शामिल होने की संभावना है. उन्होंने असम विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. कुर्मी ने अपना इस्तीफा असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी को सौंपा. उन्होंने बताया कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी अपना इस्तीफा दे चुके हैं.
21 जून को बीजेपी में होंगे शामिल
चार बार विधायक रह चुके कुर्मी ने कहा कि वह 21 जून को बीजेपी में शामिल होंगे. असम में जोरहाट जिले के मरियानी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक कुर्मी ने कहा कि वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं क्योंकि पार्टी नेतृत्व युवा नेताओं की आवाज की अनदेखी करता है. उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी नेतृत्व करने में असमर्थ हैं. अगर वह शीर्ष पर हैं, तो पार्टी आगे नहीं बढ़ेगी.
रूपज्योति ने कहा, “कांग्रेस अपने युवा नेताओं की नहीं सुन रही है. इसलिए, सभी राज्यों में पार्टी की स्थिति खराब हो रही है. गुवाहाटी के नेता बुजुर्ग नेताओं को ही प्राथमिकता देते हैं. हमने उनसे कहा था कि कांग्रेस के पास इस बार सत्ता में आने का अच्छा मौका है और हमें एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह एक गलती होगी. यह वास्तव में गलती थी.”
इस बीच कांग्रेस ने कुर्मी को ‘उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया. असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने एक वक्तव्य में कहा कि इस फैसले को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने मंजूरी दी है. बोरा ने पूर्व विधायक राणा गोस्वामी की अगुवाई में तीन सदस्यीय दल बनाया है जो मारिअनी क्षेत्र में जाकर वहां राजनीतिक हालात का जायजा लेगा. कुर्मी चाय बागान श्रमिक समुदाय से आते हैं. वह कांग्रेस के मंत्री रह चुके रूपम कुर्मी के पुत्र हैं और मरिआनी क्षेत्र से 2006 से चुनाव जीतते रहे हैं.